
-किसानों ने 10 मार्च तक वार्ता शुरू कराने का दिया था अल्टीमेटम
-19 मार्च को जीरो प्वाइंट पर किसान पंचायत का होगा आयोजन
द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा: संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं की बैठक भारतीय किसान यूनियन अखंड के झट्टा-बदोली गांव के पास बने कार्यालय पर हुई। पूर्व में दिए गए आश्वासन के बाद भी शासन स्तर पर वार्ता न कराए जाने पर किसानों ने नाराजगी जताई। संयुक्त किसान मोर्चा ने बयान जारी कर कहा है कि सरकार पूंजीपतियों को तमाम सुविधाएं दे रही है परंतु किसानों के जायज कानूनी और संवैधानिक अधिकारों की जानबूझकर दबाने का प्रयास कर रही है। जिसे अब बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। किसान अपने सभी अधिकार लेकर रहेंगे।
जीरो प्वाइंट पर होगी पंचायत
किसान नेताओं ने कहा कि 10 प्रतिशत प्लाट, नए भूमि अधिग्रहण कानून तथा अधिकारियों के स्तर की हाइपावर कमेटी द्वारा किसानों के पक्ष में दी गई सिफारिशों को तुरन्त लागू किए जाने की मांग की गई थी। साथ ही भूमिहीन एवं भूमिधर किसानों के बच्चों को रोजगार और आबादियां निस्तारण आदि मांगो की गई थी। मामले में तीनों प्राधिकरण तथा शासन स्तर पर वार्ताएं कराने तथा इसी क्रम में जिले की विभिन्न अन्य परियोजनाओं से प्रभावित किसानों उन संस्थानों के साथ वार्ताएं कराए जाने का भरोसा दिया गया था। मामले में अभी तक अधिकारियों द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। SKM के सभी 14 किसान संगठनों के नेताओं ने सर्व सम्मति से होली के बाद 19 मार्च को यमुना एक्सप्रेसवे के जीरो पॉइंट पर फिर से एक विशाल किसान महापंचायत बुलाकर बड़ा किसान आंदोलन शुरू करने का निर्णय लिया है।