-डीएम कार्यालय पर किसान नौ दिन से दे रहे थे धरना
-किसानों ने कहा सांसद और विधायक रिपोर्ट सार्वजकिन कराने में हुए नाकाम
द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा: हाई पावर कमेटी की रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग के समर्थन में विभिन्न किसान संगठन पिछले नौ दिनों से डीएम कार्यालय पर धरना दे रहे थे। किसानों की मांग के आगे अधिकारियों को झुकना पड़ा। किसानों के धरने पर पहुंचकर डीएम मनीष कुमार वर्मा ने रिपोर्ट को सार्वजनिक कर दिया। किसानों का कहना है कि रिपोर्ट लगभग 100 पेज से अधिक की है। टीम के द्वारा रिपोर्ट का अध्ययन किया जाएगा। रिपोर्ट की पॉजिटिव व निगेटिव चीजों को देखा जाएगा, उसके बाद आगे का निर्णय लिया जाएगा। अभी धरने को स्थगित किया गया है।
टीम करेगी रिपोर्ट की समीक्षा
नौवें दिन धरने के अध्यक्षता किसान परिषद के नेता जयप्रकाश आर्य व संचालन जगबीर नंबरदार और वीर सिंह नागर ने किया। धरने पर जय जवान जय किसान मोर्चा, अखिल भारतीय किसान सभा, भारतीय किसान परिषद कृषक शक्ति, किसान एकता संघ, किसान संघर्ष समिति ऐछर, किसान यूनियन महात्मा टिकैत की समन्वय समिति ने बैठकर कलेक्ट्रेट पर धरने की मांगों के पूरा होने के उपलक्ष में धरने को समाप्त करने का निर्णय लिया। साथ ही फैसला लिया कि जल्द ही मीटिंग बुलाकर हाई पावर कमेटी की रिपोर्ट की समीक्षा की जाएगी और आगे के आंदोलन के रणनीति बनाकर घोषणा की जाएगी। किसान सभा के जिलाध्यक्ष डाक्टर रुपेश वर्मा ने कहा कि किसान आंदोलन हाई पावर कमेटी की रिपोर्ट को सार्वजनिक करने के मकसद से शुरू किया गया था। जिसमें एनटीपीसी के किसानों की समिति के गठन, रोजगार एवं जिले में डीएमआईसी, पेरीफेरल एक्सप्रेसवे, हाइटेक सिटी, अंसल हाइटेक सिटी आदि सभी प्रोजेक्ट के सक्षम अधिकारियों के साथ एक महीने के अंदर उनकी समस्याओं को निराकरण के लिए डीएम के हस्तक्षेप से बातचीत कराई जाने का लिखित में आश्वासन लिया गया है। भारतीय किसान परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखबीर खलीफा ने कहा की लड़ाई आर पार की थी। विधायक और सांसद हाई पावर कमेटी सार्वजनिक करने में नाकाम साबित हुए। जय जवान जय किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील फौजी ने कहा कि जिलाधिकारी महोदय ने रिपोर्ट को सार्वजनिक करने से यह कहकर इंकार कर दिया था की रिपोर्ट को सार्वजनिक करना उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं है। इस चुनौती को संयुक्त किसान मोर्चा ने स्वीकार करते हुए 14 अक्टूबर को रात दिन के धरने की शुरुआत की जिसमें दिन प्रतिदिन संगठन और लोगों की संख्या जुड़ती चली गई शासन और प्रशासन ने किसानों के बढ़ते दबाव के कारण रिपोर्ट को सार्वजनिक कर दिया। किसान संघर्ष समिति ऐछर के अध्यक्ष बृजेश भाटी ने कहा कि यह लड़ाई की शुरुआत है। सभी संगठन मिलकर समीक्षा करेंगे और आगे के आंदोलन की जल्दी ही घोषणा की जाएगी आंदोलन बड़ा होगा।
बड़ी संख्या में किसान थे मौजूद
धरने के नौवे दिन धरना स्थल पर बड़ी संख्या में किसान मौजूद थे। धरने में निरंकार प्रधान, निशांत रावल, सुधीर रावल, भोजराज रावल ,शांति देवी, गीता देवी, हृदय शर्मा, अजब सिंह भाटी, सचिन भाटी, विरेद्र राघव, मुकेश राणा, जितेंद्र राणा, करण राघव, पंकज खारी, नितिन राणा, सतबीर यादव, गबरी यादव, ओम दत्त पंडित, भीम सिंह, अजी पाल भाटी, सुंदर प्रधान, पप्पू , मनोज प्रधान, मनवीर, सूल यादव, बुधपाल यादव, सतबीर यादव, मास्टर राजवीर सिंह, सतपाल खारी, गंगेश्वर दत्त शर्मा,धर्मेंद्र भाटी, अशोक भाटी, प्रशांत भाटी, गुरप्रीत, मोहित भाटी, मोहित यादव, मोहित नागर, बाबा रंगलाल भाटी, जयप्रकाश आर्य सहित अन्य लोग मौजूद थे।