-सेक्‍टर की विभिन्‍न समस्‍याओं को सुधारने के लिए फेडरेशन ने सौंपा ज्ञापन
-पानी के बिल पर हर वर्ष 10 प्रतिशत बढ़ोत्‍तरी को वापस लेने की मांग

द न्‍यूज गली, ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के नियम में सेक्‍टरों में किसी भी प्रकार की कामर्शियल गतिविधि नहीं हो सकती है, लेकिन शहर का एक भी सेक्‍टर ऐसा नहीं है जहां पर कामर्शियल गतिविधि नहीं होती है। मामले में फेडरेशन ऑफ आरडब्ल्यूए ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की ACEO वीएस लक्ष्‍मी से मिलकर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है। कहा कि सेक्टरों के अंदर गेस्ट हाउस, पीजी एवं अन्‍य कमर्शियल गतिविधि के कारण लगातार गंदगी एवं अपराध बढ़ रहे हैं। मांग की है कि मामले में कड़ी कार्रवाई करते हुए सभी पर पेनल्टी लगाई जाए। ज्ञापन सौंपकर फेडरेशन ने सेक्‍टरों की अन्‍य समस्‍याओं को भी हल कराने की मांग की है।

बंद हो खुले नाले
ज्ञापन के माध्‍यम से फेडरेशन अध्यक्ष देवेंद्र टाइगर एवं महासचिव ऋषि पाल भाटी ने मांग की कि सेक्टरों में जलापूर्ति की बहुत बड़ी समस्या है इसके लिए कोई उचित उपाय किया जाए। आए दिन सप्लाई लीकेज होती है इसको दुरुस्त किया जाए। विभिन्‍न स्‍थानों पर खुले नालों को बंद कराया जाए। मांग की कि शहर के अंदर दिशा सूचक बोर्ड पर प्राधिकरण के बगैर परमिशन के  बोर्ड एवं पंपलेट चिपकाए जाते हैं इन पर कार्रवाई की जाए। पानी सप्‍लाई का समय निर्धारित कर आम जनता को बताया जाए व सेक्‍टरों में नियमित रूप से साफ-सफाई कराई जाए। इस अवसर पर सुरेंद्र शर्मा, भुवनेश गर्ग, सतीश शर्मा व दिनेश सिंह मौजूद थे।