द न्‍यूज गली, ग्रेटर नोएडा: नॉलेज पार्क स्थित जीएल बजाज इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड रिसर्च में वित्त शिखर सम्मेलन 2025 का आयोजन किया गया। सम्‍मेलन का उद्देश्य नवाचार, स्वचालन और सतत निवेश के माध्यम से वित्तीय दुनिया में हो रहे तीव्र बदलावों पर विचार-विमर्श को बढ़ावा देना था। सम्मेलन ने उद्योग जगत के विशेषज्ञों, शिक्षाविदों और छात्रों को एक मंच पर लाकर भविष्य के वित्तीय परिदृश्य को आकार देने की दिशा में प्रेरित किया। कार्यक्रम की शुरुआत जीएल. बजाज इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड रिसर्च की निदेशक डॉ. सपना राकेश के भाषण से हुई। उन्होंने वित्तीय क्षेत्र में हो रहे तकनीकी बदलावों और उनसे तालमेल बिठाने की आवश्यकता पर बल दिया।

शोध पत्र हुए प्रस्‍तुत
सिद्धेश्वर भल्ला, एसोसिएट पार्टनर, केपीएमजी और विपुल मेहता (संस्थापक, एएम फाइनेंशियल ने भारत तेज़ी से बदल रहा है, विषय पर अपने विचार साझा किए। चर्चा का विषय बदलती कार्य संस्कृति, भविष्य का बैंकिंग, वित्त और AI बनाम मानव बुद्धिमत्ता रहा । पैनल चर्चा का संचालन डॉ. आनंद कुमार राय ने किया। जिसमें उद्योग के प्रमुख विशेषज्ञों हर्षवर्धन सिंह, डायरेक्टर, डेलॉयट, सीए साहिल अग्रवाल,मैनेजर, बेन एंड कंपनी, मनीष भंडारी, एसोसिएट डायरेक्टर, अर्नस्ट और यंग, हरीश गोयल , डायरेक्टर, ई-वैल्यूसर्व, पंकज ढींगरा, सह-संस्थापक, फिंट्राम ग्लोबल ने भाग लिया। शोध पत्र प्रस्तुति के विजेता ऋतिक जैन, उपविजेता पूजा रहीं।