-सड़क बनाने के साथ ही सीमेंट फैक्‍ट्री में भी किया जाएगा उपयोग
-प्‍लांट का विरोध न करने पर लखनावली के ग्रामीणों की सराहना

द न्‍यूज गली, ग्रेटर नोएडा: लखनावली में कूड़े के ढेर को प्रोसेस करने के लिए बायो रेमेडिएशन प्लांट बुधवार से शुरू हो गया। यहां पर जमा लगभग पांच लाख टन कूड़े का निस्‍तारण एक साल में लगभग 28 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा। कूड़े का उपयोग अलग-अलग कामों में होगा। देखने में आता है कि गांव के आस-पास कूड़ा निस्‍तारण प्‍लांट लगाने का लोगों के द्वारा विरोध किया जाता है, लेकिन लखनावली के लोगों ने काम में सहयोग किया। विधायक तेजपाल नागर व ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने लखनावली गांव के लोगों की सराहना की। प्‍लांट का शुभारंभ विधायक तेजपाल नागर ने किया।

पूरे कूड़े का होगा उपयोग
बायो रेमेडिएशन प्रोसेस के जरिए कूड़े से प्लास्टिक, डस्ट, कंकड़ आदि को पृथक किया जाएगा। यह कार्य भूमि ग्रीन एनर्जी नाम की कंपनी को दिया गया है। डस्ट का इस्तेमाल गडढों को भरने, रोड के निर्माण आदि में किया जाएगा। जबकि सीएंडडी वेस्ट व प्लास्टिक का उपयोग सीमेंट कारखानों में किया जाएगा। बायो रेमेडिएशन प्लांट का शुभारंभ करते हुए तेजपाल नागर ने कहा कि किसी भी अच्छे कार्य के लिए जनमानस का सहयोग जरूरी है। कूड़े को प्रोसेस करने के लिए प्लांट लगाने का अक्सर लोग विरोध कर देते हैं, जबकि कूड़े को व्यवस्थित ढंग से प्रोसेस करना बेहद जरूरी कार्य है। उन्होंने कहा कि अब कूड़े को प्रोसेस करने की नई-नई तकनीक व केमिकल आ गए हैं, जिससे बदबू भी नहीं आती है। विधायक ने बायो रेमेडिएशन प्रोसेस के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार व पूरी टीम की सराहना की। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के ओएसडी इंदू प्रकाश सिंह ने बताया कि पांच लाख टन कूड़े को प्रोसेस करने के लिए कंपनी को एक साल का समय दिया गया है। इस पर करीब 28 करोड़ रुपये खर्च होंगे। लखनावली के पूरा कूड़े को प्रोसेस कर लेने के बाद अस्तौली स्थित लैंडफिल साइट पर ही निस्तारण किया जाएगा। इस दौरान प्रदूषण विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी डीके गुप्ता, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के वरिष्ठ प्रबंधक चरण सिंह, मैनेजर प्रशांत समाधिया, सहायक प्रबंधक मनोज चौधरी, भूमि ग्रीन एनर्जी के निदेशक पंकज पसालकर और संकेत जाधव आदि मौजूद रहे।