-उच्चस्तरीय समिति की सिफारिशों पर ग्रेनो प्राधिकरण ने शुरू किया अमल
-62 गांवों में 3500 से अधिक किसानों की तय होनी है पात्रता
द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने उच्चस्तरीय समिति की सिफारिशों और मुख्य सचिव के निर्देशों पर अमल शुरू कर दिया है। आबादी भूखंडों की पात्रता तय करने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के भूलेख विभाग की टीम गांवों में शिविर लगा रही है। टीम ने 14 दिसंबर को लुक्सर व किराचपुर गांव में शिविर लगाया। जिसमें बड़ी संख्या में किसानों ने हिस्सा लिया। शिविर में प्राधिकरण की टीम ने किसानों की पात्रता से संबंधित दस्तावेज जमा कराए। भूलेख विभाग की टीम ने गांवों में जाकर पात्रता निर्धारित करने की कार्रवाई शुरू कर दी है। जिसके तहत 62 गांवों में 3500 से अधिक किसानों की पात्रता तय करने का अभियान शुरू कर दिया गया है। पात्रता तय करने के लिए किसानों से नक्शा-11, आधार प्रमाणपत्र, आवेदन और मूल किसान के जीवित न रहने पर वारिसान प्रमाणपत्र आदि कागजात लिए गए।
खतौनी में नाम जरूरी
आबादी भूखंडों के लिए वही किसान पात्र होंगे जिसका नाम 28 जनवरी 1991 की खतौनी में दर्ज होगा। साथ ही उनका यहां का मूल निवासी होना भी जरूरी है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एसडीएम भूलेख राम नयन सिंह ने बताया कि यह शिविर सभी गांवों में लगाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि किसान न सिर्फ पात्रता निर्धारण, बल्कि लीज डीड से जुड़े प्रकरण भी टीम के समक्ष रख सकते हैं। टीम की सिफारिशों के आधार पर आबादी भूखंडों का प्रकाशन और अन्य प्रक्रिया पूरी की जाएगी। प्राधिकरण की कोशिश है कि पात्रता प्रक्रिया को पूरी कर किसानों को आबादी भूखंडों का आवंटन शीघ्र कर दिया जाए।