द न्यूज गली, नोएडा : वाजिदपुर गांव निवासी रिंकू चौहान ने एक चौंकाने वाला मामला उजागर किया है, जिसमें उनकी पत्नी अनु चौहान की मृत्यु के बाद जालसाजों ने उनके बैंक खाते से बड़ी रकम निकाल ली और फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पर्सनल लोन ले लिया। इस मामले में बैंक कर्मचारियों की भूमिका भी संदिग्ध बताई जा रही है।

2019 में हुई महिला की आकस्मिक मृत्यु
अनु चौहान, जो सेक्टर 168 स्थित एक स्कूल में शिक्षिका थीं, का आकस्मिक निधन 1 अप्रैल 2019 को हुआ। उस समय उनके एचडीएफसी बैंक खाते में 4.16 लाख रुपये थे। उनकी मृत्यु के बाद भी स्कूल से उनका वेतन खाते में जमा होता रहा, जिससे 15 अप्रैल 2019 को खाता बैलेंस बढ़कर 4.39 लाख हो गया।

बैंक खाते से 2.75 लाख की निकासी, फर्जी लोन स्वीकृत
रिंकू चौहान ने 28 जुलाई 2019 को अपनी पत्नी के खाते से 31 हजार रुपये निकाले। इसके बाद, 20 अगस्त 2019 को जालसाज अर्जुन चंद्र सिंह नामक व्यक्ति ने खाते से 2.75 लाख रुपये निकाल लिए। इसके अलावा, 3 सितंबर 2019 को 2.91 लाख रुपये का पर्सनल लोन स्वीकृत कर खाता पूरी तरह खाली कर दिया गया।

बैंक की चुप्पी और कोर्ट का आदेश
जब लोन की किस्त संबंधित पत्र रिंकू को मिला, तो उन्हें इस धोखाधड़ी का पता चला। बैंक से शिकायत करने पर कोई सुनवाई नहीं हुई। अंततः रिंकू ने कोर्ट का सहारा लिया, जिसके आदेश पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।