द न्यूज गली, नोएडा : गौतमबुद्धनगर कमिश्नरेट की साइबर क्राइम थाना पुलिस ने सफलता हासिल करते हुए दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है, जो लोन दिलाने के नाम पर एक व्यक्ति से ₹5.25 लाख की ठगी कर चुके थे।

24 मार्च की है घटना
एक स्थानीय निवासी द्वारा नोएडा साइबर क्राइम थाना में शिकायत दर्ज कराई गई थी। शिकायतकर्ता ने बताया कि वह एक SUV-700 कार खरीदने के लिए विभिन्न डीलरों से संपर्क में था। इस दौरान एक व्यक्ति, जिसने अपना नाम आशीष बताया, खुद को फाइनेंसर बताकर उससे संपर्क में आया। आरोपी राजीव धींगरा नामक व्यक्ति ने अपने साथी प्रेम प्रकाश सिंह (फर्जी नाम – अंकित) के साथ मिलकर शिकायतकर्ता को झांसे में लिया।

कैंसिल चेक लिए
आरोपियों ने लोन की प्रक्रिया के लिए शिकायतकर्ता से तीन चेक लिए—एक कैंसिल और दो अन्य जिन पर उन्होंने मैजिक पेन से हस्ताक्षर कराए। बाद में इन चेकों से छेड़छाड़ कर ‘अकाउंट पेयी’ को मिटाकर ‘सेल्फ पे’ कर दिया गया और फर्जी हस्ताक्षर व मोहर लगाकर हरियाणा के बल्लभगढ़ स्थित एसबीआई शाखा से ₹5,25,000 नकद निकाल लिए गए।

सीसीटीवी में मिले साक्ष्य
जांच के दौरान पुलिस को सीसीटीवी फुटेज, इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य और गुप्त सूचनाओं के आधार पर सफलता मिली। 9 अप्रैल 2025 को दोनों आरोपियों — राजीव धींगरा (47) और प्रेम प्रकाश सिंह (41) — को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में उन्होंने बताया कि फर्जी सिम कार्ड लेने के लिए गूगल से आधार कार्ड डाउनलोड कर उस पर मॉर्फिंग की गई और बिना बायोमेट्रिक के सिम प्राप्त कर मोबाइल में डालकर वारदात को अंजाम दिया गया। घटना के बाद उन्होंने उपयोग किए गए मोबाइल फोन, मैजिक पेन आदि को नष्ट कर हिंडन नदी में फेंक दिया।

साइबर अपराध से बचने के लिए पुलिस की सलाह :

किसी भी फाइनेंसर, डीलर या टेलीकॉम प्रतिनिधि के झांसे में न आएं।

निजी जानकारी, बैंक डिटेल या हस्ताक्षर केवल विश्वसनीय और अधिकृत संस्थाओं को ही दें।

हस्ताक्षर करने से पहले दस्तावेज ध्यान से पढ़ें और स्वयं के पेन से ही हस्ताक्षर करें।

मैजिक पेन जैसे उपकरणों से सावधान रहें जो हस्ताक्षर मिटाने की क्षमता रखते हैं।

किसी भी साइबर अपराध की स्थिति में तत्काल 1930 पर कॉल करें या www.cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें।