द न्यूज गली, नोएडा : मैट्रिमोनियल साइट के माध्यम से दोस्ती कर एक युवती को प्रेमजाल में फंसाकर उससे लाखों रुपये की ठगी करने वाला युवक नोएडा पुलिस की गिरफ्त में आ गया है। आरोपी ने पहले शादी का झांसा दिया, फिर करीब नौ महीने तक युवती के साथ लिव-इन रिलेशन में रहा और अंततः 64 लाख रुपये ठगकर फरार हो गया।
नोएडा के थाना सेक्टर-58 पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए आरोपी नेहुल सुराना को रेडीशन होटल, सेक्टर-55, नोएडा के पास से गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार, नेहुल सुराना राजस्थान के जयपुर का निवासी है और खुद को हाई प्रोफाइल व रिटायर्ड अधिकारी बताकर सोशल मीडिया और मैट्रिमोनियल साइट्स पर फर्जी प्रोफाइल के जरिए महिलाओं को फंसाता था।
पीड़िता, जो मूल रूप से भोपाल (मध्य प्रदेश) की रहने वाली है और नोएडा सेक्टर-62 की एक मल्टीनेशनल कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के पद पर कार्यरत है, अगस्त 2024 में नेहुल से मैट्रिमोनियल साइट पर मिली थी। युवक ने खुद को तलाकशुदा व प्रतिष्ठित पारिवारिक पृष्ठभूमि से बताया और जल्द शादी करने का वादा किया। दोनों के बीच मुलाकातों का सिलसिला शुरू हुआ और फिर वे नोएडा में एक साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रहने लगे।
शादी के वादे और भरोसे का किया गया दुरुपयोग
आरोपी ने युवती को अपने और अपने परिवार की आर्थिक समस्याओं की कहानियां सुनाईं और कारोबार में मदद के नाम पर 25 लाख रुपये अपने खाते में ट्रांसफर करवा लिए। इसके बाद, आरोपी ने पीड़िता के अच्छे क्रेडिट प्रोफाइल का फायदा उठाकर उसके नाम पर लगभग 40 लाख रुपये का पर्सनल लोन विभिन्न बैंक व मोबाइल ऐप्स के माध्यम से दिलवाया, जिसका सारा पैसा अपने खातों में ट्रांसफर कर लिया। युवती का मोबाइल फोन भी आरोपी द्वारा इस्तेमाल किया जाता था, जिससे लोन से संबंधित सभी वित्तीय कार्यवाही अंजाम दी गई। करीब नौ महीने साथ रहने के बाद एक दिन आरोपी अचानक रूम छोड़कर गायब हो गया, जिसके बाद युवती को ठगी का एहसास हुआ।
पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार
पीड़िता ने थाना सेक्टर-58 में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने सर्विलांस व मुखबिर की सूचना पर कार्यवाही करते हुए नेहुल सुराना को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के समय वह नोएडा के एक प्रतिष्ठित होटल में ठहरा हुआ था।
पुलिस का बयान
एडिशनल डीसीपी नोएडा सुमित शुक्ला ने बताया, “आरोपी ने शातिराना तरीके से फर्जी पहचान बनाकर युवती को प्रेमजाल में फंसाया। शादी का वादा कर उसकी भावनाओं व आर्थिक स्थिति का गलत फायदा उठाया गया। आरोपी ने लोन दिलवाने के लिए पीड़िता का मोबाइल व बैंक डिटेल्स तक इस्तेमाल किए।”
