-जीबीयू ने एलूमनी एसोसिएशन का कराया रजिस्‍ट्रेशन
-जीबीयू से 2010 के बाद से शिक्षा प्राप्‍त कर चुके छात्रों को जोड़ने की तैयारी


द न्‍यूज गली, ग्रेटर नोएडा: गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय से अब तक दस हजार से अधिक छात्र शिक्षा ग्रहण कर चुके हैं। जिसमें बड़ी संख्या में विदेशी छात्र भी हैं। लेकिन एजूमनी एसोसिएशन का गठन न होने के कारण छात्रों को एक मंच नहीं मिल पाया था। विश्वविद्यालय ने पूर्व छात्रों को एक मंच पर लाने व मजबूत संबंध बनाने के लिए ऐलूमनी एसोसिएशन का रजिस्ट्रेशन कराया है। संगठन विश्वविद्यालय में वर्तमान और पूर्व छात्रों दोनों के साथ संपर्क और जुड़ाव बढ़ाएगा। गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय एलूमनी एसोसिएशन विश्वविद्यालय और उसके पूर्व छात्रों के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी होगा। जो बातचीत और जुड़ाव के लिए एक साझा मंच प्रदान करेगा।


अजीत कुमार को बनाया गया अध्‍यक्ष
एसोसिएशन अब सभी पूर्व छात्रों से इस नेटवर्क में शामिल होने का आह्वान कर रहा है। छात्रों को संगठन का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित कर रहा है। इस पहल का उद्देश्य विश्वविद्यालय की विरासत को मजबूत करना और विश्वविद्यालय में सकारात्मक प्रभाव डालने के लिए समर्पित समुदाय बनाना है। विश्वविद्यालय ऐलूमनी एसोसिएशन कमेटी ने अजीत कुमार को अध्यक्ष के रूप में नामित किया है। अन्य पदाधिकारियों में अमित कुमार झा, उपाध्यक्ष, सुनील शर्मा को सचिव, गार्गी शर्मा को उपसचिव, विक्रम सिंह को कोषाध्यक्ष और अनीशा शर्मा, विवेक सिंह, आदर्श गुप्ता, अमित कुमार यादव, कीर्ति सिंह, अर्चना भाटी, राहुल बालियान और कुमारी गिन्नी को संस्थापक सदस्य बनाया गया है।


पूर्व छात्रों से संबंध होंगे मजबूत
गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रवींद्र कुमार सिन्हा ने कहा कि गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय ऐलूमनी एसोसिएशन हमारे पूर्व छात्रों के साथ हमारे संबंध को मजबूत करने में एक महत्वपूर्ण कदम है। हमारे पूर्व छात्र हमारे विश्वविद्यालय की सफलता और प्रतिष्ठा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। सहयोग को बढ़ाने, हमारे छात्रों का समर्थन करने और एक अधिक संलग्न समुदाय बनाने में मदद करेगा। हम शिक्षा, अनुसंधान और सामाजिक प्रभाव में अपने लक्ष्यों को आगे बढ़ाने के लिए पूर्व छात्रों के साथ मिलकर काम करने के लिए उत्साहित हैं। गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के कुल सचिव डाक्‍टर विश्वास त्रिपाठी ने कहा कि विश्र्वविद्यालय अपने पूर्व-विद्यार्थियों के अनुभवों का लाभ उठाने के लिए उन्‍हें समय-समय पर आमंत्रित कर अध्ययनरत विद्यार्थियों को वैश्विक आवश्यकताओं से परिचित कराते हुए कौशल विकास हेतु प्रशिक्षिण कार्यक्रम तथा उत्प्रेरक कार्यशालाएं आयोजित कर सकता है। इससे अध्ययनरत विद्यार्थियों में रोजगार पाने की क्षमता बढ़ेगी जो उन्हें बेहतर रोजगार दिलाने में सहायक हो सकेगी।