• गलगोटिया यूनिवर्सिटी में स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन की हुई शुरुआत
  • ग्रैंड फिनाले में 1300 से अधिक विद्यार्थियों की टीम ले रही हिस्‍सा

द न्‍यूज गली, ग्रेटर नोएडा: स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन का आयोजन गलगोटिया यूनिवर्सिटी में किया गया। पाँच दिवसीय कार्यक्रम में 9 राज्यों से लगभग 300 छात्रों की 40 टीमें भाग ले रही हैं। जिन्हें नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB), जल शक्ति मंत्रालय और राष्ट्रीय आपदा निवारक बल (NDRF) के द्वारा दी गई 7 समस्याओं को नवाचार और तकनीक की सहायता से हल करना है। कार्यक्रम का आजोजन नवाचार को बढ़ावा देने और राष्ट्रीय चुनौतियों के समाधान के लिए युवा प्रतिभाओं को सशक्त बनाने के उद्देश्य के साथ किया जा रहा है। देश भर में स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन-2024 (SIH-2024) के कई संस्करण आयोजित किये जाएंगे। इन संस्करणों की मेजबानी के लिए देश भर के 51 संस्थान चुने गए हैं। जिनमें से 13 संस्थानों को स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन हार्डवेयर संस्करण के लिए चुना गया है। गलगोटिया विश्वविद्यालय इन्हीं 13 संस्थानों की में शामिल है। समारोह में मुख्य अतिथि लैंफ्टीनैंट गवर्नर जम्मू काश्मीर मनोज सिन्हा और विशिष्ट अतिथि राज्यसभा सांसद अशोक वाजपेयी थे।

कीर्मिमान स्‍थापित कर रहे युवा
मनोज सिन्हा ने कहा कि गलगोटिया विश्वविद्यालय राष्ट्र निर्माता में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाहन कर रहा है। यही कारण है कि स्मार्ट इंडिया हैकथॉन-2024 (एसआईएच) के लिए हार्डवेयर संस्करण आयोजन के लिए गलगोटिया विश्वविद्याल देश भर के 13 संस्थानों में से एक है। गलगोटिया विश्वविद्यालय का विद्यार्थी ज्ञान, विज्ञान, तकनीक और नवाचार में अग्रणी होने के साथ ही भारतीय संस्कृति की महान परंपरा से भी जुड़ा है। विश्विद्यालय के विद्यार्थी ज्ञान-विज्ञान के क्षेत्र में नये से नये कीर्तिमानों की स्थापना करके पूरी दुनिया में अपने राष्ट्र और अपने विश्वविद्यालय का नाम रोशन कर रहे हैं। इस आजोजन के जरिए भारतीय युवा स्वास्थ्य सेवा, आपूर्ति श्रृंखला एवं लॉजिस्टिक्स, स्मार्ट टेक्नोलॉजी, विरासत एवं संस्कृति, शिक्षा एवं कौशल विकास, जल, कृषि एवं खाद्य, और आपदा प्रबंधन के क्षेत्र की समस्या और आने वाली चुनौतियों का नवाचारी समाधान लेकर सामने आएंगे। अशोक वाजपेयी ने कहा कि स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन एक राष्ट्रीय नवाचार पहल है, जिसका उद्देश्य छात्रों की रचनात्मकता का उपयोग करके वास्तविक समस्याओं का समाधान करना है। गलगोटिया विश्वविद्यालय के सीईओ डॉ. ध्रुव गलगोटिया ने कहा कि विकसित भारत के सपने को सकार करने के लिए हमारा विश्वविद्यालय समर्पित और तत्पर है। हम शिक्षा से समाज और समाज से राष्ट्र के सशक्तिकरण के पथ पर चल रहे हैं।