द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा : देशभर में जहां वायु गुणवत्ता में सुधार देखा जा रहा है, वहीं ग्रेटर नोएडा लगातार तीसरे दिन ऑरेंज जोन में बना रहा। मंगलवार को केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) की शाम 4 बजे जारी रिपोर्ट के अनुसार, ग्रेटर नोएडा का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 212 दर्ज किया गया, जो “खराब” श्रेणी में आता है। इसके साथ ही ग्रेटर नोएडा देश का सबसे प्रदूषित शहर बन गया।
वहीं, पड़ोसी शहर नोएडा की वायु गुणवत्ता कुछ हद तक बेहतर रही, जहां AQI 148 रिकॉर्ड किया गया, जो “मध्यम” श्रेणी में आता है। पिछले दो दिनों से ग्रेटर नोएडा देश का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर बना हुआ था, लेकिन मंगलवार को इसने अन्य सभी शहरों को पीछे छोड़ दिया।
देश में सिर्फ ग्रेटर नोएडा ऑरेंज जोन में
CPCB की रिपोर्ट के मुताबिक, ग्रेटर नोएडा को छोड़कर देश के सभी प्रमुख शहरों का AQI ग्रीन या येलो जोन में दर्ज किया गया, यानी हवा की गुणवत्ता या तो “अच्छी” रही या “मध्यम”। ऐसे में ग्रेटर नोएडा की लगातार बिगड़ती हवा स्थानीय निवासियों के लिए चिंता का विषय बन गई है।
उमस और गर्मी ने बढ़ाई परेशानी
मंगलवार को प्रदूषण के साथ-साथ मौसम ने भी लोगों की मुश्किलें बढ़ा दीं। सुबह से ही तेज धूप और उमस ने जनजीवन को बेहाल कर दिया। अधिकतम तापमान 35.6 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जबकि आर्द्रता 95 प्रतिशत तक पहुंच गई।
बारिश की फिलहाल कोई उम्मीद नहीं
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, आगामी एक सप्ताह तक क्षेत्र में तेज बारिश की कोई संभावना नहीं है। हालांकि, अधिक उमस के चलते कुछ क्षेत्रों में हल्की फुहारें गिर सकती हैं, लेकिन इससे गर्मी और प्रदूषण में विशेष राहत मिलने की उम्मीद नहीं है।
स्वास्थ्य पर असर, सावधानी बरतना जरूरी
वातावरण में बढ़ते प्रदूषण के चलते विशेष रूप से बच्चों, बुजुर्गों और श्वास रोगियों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है। विशेषज्ञों के अनुसार, खराब AQI में लंबे समय तक बाहर रहने से सांस की समस्याएं बढ़ सकती हैं।
