द न्यूज गली, दिल्ली: यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर ने दिल्ली के कई हिस्से पूरी तरह से प्रभावित हैं। जलमग्न कॉलोनियों और बाधित सड़क संपर्क ने हज़ारों परिवारों को भोजन, पेयजल और दवाइयों से वंचित कर दिया है। बच्चे, बुज़ुर्ग और महिलाएँ सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं। इस विकट स्थिति में गुरुकुल फाउंडेशन ने त्वरित राहत कार्य की पहल की और अपने स्वयंसेवकों के माध्यम से ज़मीनी स्तर पर प्रभावित परिवारों तक सहायता पहुँचाई। अब तक संस्था की टीम ने 1000 से अधिक परिवारों को राहत सामग्री वितरित की है। इनमें राशन किट, आटा, चावल, दाल, दूध, ब्रेड, पीने का स्वच्छ पानी, दवाइयाँ और अन्य आवश्यक वस्तुएँ शामिल हैं। इसके अलावा, बाढ़ में फँसे लोगों और राहत शिविरों में रह रहे पीड़ितों को भी नियमित रूप से सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है।
मानवता की परीक्षा
गुरुकुल फाउंडेशन के अध्यक्ष डाक्टर गौरव तिवारी ने कहा कि यह आपदा केवल दिल्ली की नहीं, बल्कि सम्पूर्ण मानवता की परीक्षा है। गुरुकुल फाउंडेशन का संकल्प है कि कोई भी भूखा न सोए और हर प्रभावित परिवार तक आवश्यक सामग्री पहुँचे। हमारे स्वयंसेवक दिन-रात राहत कार्य में जुटे हैं। आने वाले दिनों में और अधिक राशन किट, चिकित्सा सहायता तथा स्वच्छता सामग्री भी वितरित की जाएगी। गुरुकुल फाउंडेशन ने हमेशा समाज सेवा को प्राथमिकता दी है। संस्था ने पूर्व में भी महाकुंभ, छठ पूजा और अन्य अवसरों पर लाखों ज़रूरतमंदों एवं साधु-संतों को भोजन, वस्त्र और आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराई है। संस्था ने स्पष्ट किया है कि दिल्ली सहित अन्य प्रभावित क्षेत्रों में यह राहत सेवा तब तक जारी रहेगी जब तक हालात सामान्य नहीं हो जाते।

