द न्‍यूज गली, ग्रेटर नोएडा: इंडस्ट्रियल एंटरप्रेन्योर्स एसोसिएशन (IEA) के प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (YEIDA) के सीईओ राकेश सिंह से मुलाकात कर औद्योगिक क्षेत्र से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों चर्चा की। उद्योगों के अनुकूल नीतियाँ लागू करने का अनुरोध किया। प्रतिनिधिमंडल ने एक विस्तृत प्रस्तुति भी दी। प्रतिनिधिमंडल ने 4000 वर्गमीटर तक के औद्योगिक भूखंडों की ई-नीलामी प्रक्रिया को रोकने की भी माँग की। प्रतिनिधियों का कहना था कि ई-नीलामी प्रक्रिया से छोटे और मध्यम उद्योगों की स्थापना में विलंब होगा। इस कारण यमुना औद्योगिक क्षेत्र में विकास की गति प्रभावित हो सकती है।

जताई आपत्ति
प्रतिनिधिमंडल ने यमुना प्राधिकरण द्वारा आरसीसी निर्माण को अनिवार्य करने के निर्णय पर भी आपत्ति जताई। सभी ने इसे औद्योगिक इकाइयों के शीघ्र निर्माण में बाधा बताया। विकास राय ने बताया कि संस्था ने यमुना औधोगिक क्षेत्र में बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर न होने से उधोगो के क्रियाशील होने में हो रही देरी से भी CEO को अवगत कराया। साथ ही लंबे समय से किराए पर चल रहे उधोगो के लिए अलग से भूखंड आवंटन की योजना लाने की मांग भी की। प्रतिनिधिमंडल में IEA अध्यक्ष संजीव शर्मा, विशाल गोयल, प्रमोद झा, नरेंद्र सौम, हरीश सिंह, विकास राय शामिल थे।