द न्यूज गली, नोएडा : बैंक क्लर्क की भर्ती परीक्षा में सॉल्वर बनकर शामिल होने आए आईआईएम इंदौर से एमबीए पास एक युवक को फेज-3 कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान पटना निवासी विश्व भास्कर (35 वर्ष) के रूप में हुई है, जो फिलहाल गुरुग्राम की एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में कार्यरत है।
पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपी वर्ष 2018 से अब तक देशभर की विभिन्न भर्ती परीक्षाओं में सॉल्वर बनकर शामिल होता रहा है। पुलिस ने मौके से आरोपी के पास से दो आधार कार्ड, नकदी, मोबाइल फोन, लैपटॉप, एडमिट कार्ड व फर्जी दस्तावेज बरामद किए हैं।
फ्लाइट से आता, फाइव स्टार होटल में रुकता था
एडीसीपी नोएडा सेंट्रल शैव्या गोयल के अनुसार, शनिवार को सेक्टर-64 स्थित आदर्श परीक्षा केंद्र पर बैंक क्लर्क की परीक्षा आयोजित की गई थी। इसी दौरान सूचना मिली कि एक युवक किसी और की जगह परीक्षा दे रहा है। तुरंत कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम ने विश्व भास्कर को परीक्षा केंद्र से गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह मोहित कुमार मीना के स्थान पर परीक्षा दे रहा था। इसके एवज में उसे ₹50 हजार रुपये मिलने थे, जिनमें से आधी राशि पहले ही दी जा चुकी थी। आरोपी ने बताया कि वह फ्लाइट से परीक्षा केंद्र वाले शहर में आता था और फाइव स्टार होटल में रुकता था। उसके लिए यात्रा व ठहरने की व्यवस्था भी मूल अभ्यर्थी के परिजन ही करते थे।
फर्जी दस्तावेज बनाकर देता था परीक्षा
पुलिस के अनुसार, आरोपी ने अब तक आईबीपीएस की पांच परीक्षाओं में सॉल्वर के तौर पर हिस्सा लिया है। इसके अलावा बिहार पुलिस की परीक्षा में भी फर्जी पहचान से शामिल हुआ था। वह मूल अभ्यर्थी के नाम पर आधार कार्ड, एडमिट कार्ड और अन्य दस्तावेज तैयार कर परीक्षा में बैठता था।
आरोपी ने यह भी कबूला है कि उसने कभी यूपीएससी की परीक्षा भी दी थी, लेकिन नौकरी लगने के बजाय वह गलत राह पर चल पड़ा। एमबीए पास होने के बावजूद, अधिक कमाई के लालच में वह इस अपराध में शामिल हो गया।
पैसों के लिए देता था परीक्षा, 1 लाख तक लेता था फीस
विश्व भास्कर ने पुलिस को बताया कि वह सॉल्वर के तौर पर ₹50 हजार से ₹1 लाख रुपये तक की रकम लेता था। अलग-अलग परीक्षाओं की फीस भी अलग-अलग तय करता था। बैंक परीक्षाओं के लिए ₹50-60 हजार और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए ₹70-80 हजार तक वसूलता था।
