द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा : देश-दुनिया के हस्तशिल्प प्रेमियों की निगाहें एक बार फिर इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट पर टिकीं, जहां सोमवार से पांच दिवसीय इंडिया हैंडीक्राफ्ट्स एंड गिफ्ट्स फेयर (IHGF Autumn 2025) का रंगारंग आगाज़ हुआ। मेले के 60वें संस्करण का उद्घाटन उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ ने किया। उनके साथ मंच साझा किया दिल्ली सरकार के कानून व न्याय मंत्री कपिल मिश्रा और फिल्म डेवलपमेंट काउंसिल के उपाध्यक्ष तरुण राठी ने।
हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (EPCH) द्वारा आयोजित इस मेले में 110 से अधिक देशों से आए खरीदारों की मौजूदगी रही। 16 भव्य हॉल और 900 स्थायी शोरूमों में 3000 से अधिक प्रदर्शक अपनी कलाकृतियों और नवाचारों के साथ मौजूद हैं।
प्रगति की लहर में सजी हस्तशिल्प की विरासत
इस बार मेला “वेव ऑफ प्रोग्रेस” यानी प्रगति की लहर थीम पर आधारित है। ईपीसीएच अध्यक्ष डॉ. नीरज खन्ना ने कहा, “IHGF ने पिछले 30 वर्षों में अंतरराष्ट्रीय खरीदारों और भारतीय हस्तशिल्प निर्यातकों के लिए एक मजबूत पुल का काम किया है।” उन्होंने कहा कि यह थीम न केवल भारतीय कला की विविधता और जीवंतता को दर्शाती है, बल्कि देश के कारीगरों के जोश और आत्मविश्वास को भी उजागर करती है।
बड़ा मंच, बड़े अवसर
ईपीसीएच के महानिदेशक व आईईएमएल के अध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार ने बताया कि यह मेला वैश्विक खरीदारों के लिए भारत का पसंदीदा डेस्टिनेशन बन चुका है। उपाध्यक्ष सागर मेहता ने कहा कि मेला एक ऐसा मंच है, जहां खरीदारों को भारतीय उत्पादों की सीधी झलक मिलती है, वहीं निर्यातकों को भी अंतरराष्ट्रीय नेटवर्किंग का सुनहरा मौका मिलता है।
नवाचार को बढ़ावा, युवाओं का मंच
मुख्य संयोजक अवधेश अग्रवाल ने कहा कि यह आयोजन न केवल व्यापारिक अवसरों का संगम है, बल्कि नए उद्यमियों और डिजाइनरों को भी प्रोत्साहन देता है। मेला अध्यक्ष रजत अस्थाना ने इसे भारत की “युवा शक्ति” का प्रतीक बताया, जो अपने हुनर, नवाचार और उद्यमिता से वैश्विक मंच पर देश की पहचान को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा रही है।
110 देशों से पहुंचे खरीदार, 33 हजार करोड़ का निर्यात
कार्यकारी निदेशक आरके वर्मा ने बताया कि अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, अमेरिका, जापान, रूस समेत 110 देशों के खरीदार मेले में शिरकत कर रहे हैं। बीते वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान भारत से हस्तशिल्प निर्यात 33,123 करोड़ रुपये के आंकड़े तक पहुंचा, जो इस क्षेत्र की मजबूत स्थिति को दर्शाता है।
