द न्‍यूज गली, गाजियाबाद : मिथिला की सांस्कृतिक परंपरा के लिए यह गौरवपूर्ण क्षण है। गाजियाबाद के इंदिरापुरम स्थित शक्ति खंड-दो निवासी प्रख्यात मोहन वीणा वादक पं. अजय पी. झा को वर्ष 2025 का प्रतिष्ठित राष्ट्रीय अटल संगीत शिखर सम्मान प्रदान किया गया है। उन्हें यह सम्मान मोहन वीणा वादन सहित संगीत के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय, प्रेरणादायी और दीर्घकालीन योगदान के लिए दिया गया।

यह सम्मान 24 दिसंबर को नई दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम में आयोजित भव्य अटल सम्मान समारोह में प्रदान किया गया। उल्लेखनीय है कि भारत मंडपम G-20 शिखर सम्मेलन का भी आधिकारिक स्थल रह चुका है। समारोह में देशभर से चयनित विभिन्न क्षेत्रों की विशिष्ट हस्तियों को सम्मानित किया गया।

सम्मान की राष्ट्रीय स्तर पर विश्वसनीयता
अटल सम्मान समारोह (द ट्रस्ट ऑफ इंडिया) की ओर से जारी चयन पत्र के अनुसार, पं. अजय पी. झा का चयन देशभर से प्राप्त आवेदनों में से अटल सम्मान चयन समिति द्वारा किया गया। चयन समिति में पद्मश्री नलिनी-कमलिनी, सांसद व लोकगायक मनोज तिवारी, प्रसिद्ध भजन गायक कुमार विशु, मोटिवेशनल स्पीकर सोनू शर्मा और भुवनेश सिंघल जैसे प्रतिष्ठित नाम शामिल रहे। इससे इस सम्मान की राष्ट्रीय स्तर पर विश्वसनीयता और गरिमा और भी बढ़ जाती है।

मूल रूप से दरभंगा निवासी पं. अजय पी. झा ने वर्षों की कठिन साधना और अनुशासन के बल पर मोहन वीणा जैसे दुर्लभ शास्त्रीय वाद्य को विशेष पहचान दिलाई है। उनका संगीत भारतीय शास्त्रीय परंपरा की गहराई को दर्शाता है और युवा कलाकारों के लिए निरंतर प्रेरणा का स्रोत बना हुआ है।

मिथिला क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई
सम्मान की सूचना मिलते ही दरभंगा सहित पूरे मिथिला क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई। सांस्कृतिक और सामाजिक जगत की कई प्रमुख हस्तियों—कामेश्वर कुमार ओझा उर्फ मोहन जी, स्पीक मैके से जुड़े वैद्य सुनील कुमार मिश्र, सृष्टि फाउंडेशन के नर्तक जय प्रकाश नारायण पाठक, वरिष्ठ पत्रकार अमरेश्वरी चरण सिंहा सहित अनेक लोगों ने उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दीं।

पं. अजय पी. झा को मिला यह सम्मान न केवल उनकी व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि दरभंगा, मिथिला और बिहार की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के लिए भी एक ऐतिहासिक उपलब्धि माना जा रहा है।