द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा : गौतमबुद्धनगर पुलिस ने थाना कासना क्षेत्र से अपहरण की झूठी सूचना की जांच करते हुए एक बड़े अंतरराष्ट्रीय ऑनलाइन सट्टेबाजी गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह में शामिल कुल 8 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है, जिनके कब्जे से 4 लैपटॉप, 26 मोबाइल फोन, 16 अवैध सिम, फर्जी दस्तावेज, बैंक पासबुक, चेकबुक और अन्य सामान बरामद किया गया।

अपहरण की झूठी सूचना बनी खुलासे की कड़ी
12 जून को राजस्थान निवासी सुभाष चंद्र ने थाना कासना में सूचना दी थी कि उनके बेटे भीम सिंह (22) और भतीजे नारायण (25) का नोएडा में अपहरण हो गया है। बताया गया कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने उनके मोबाइल पर कॉल कर ₹7 लाख की फिरौती मांगी थी।

पुलिस ने जब जांच शुरू की तो पाया कि “अपहृत” युवक खुद नोएडा में ही मौजूद हैं। लोकेशन ट्रेस करने के बाद पुलिस की टीम गौर सिटी क्षेत्र के व्हाइट आर्किड और राधा स्काई गार्डन सोसाइटी पहुंची, जहां दबिश देकर इस हाईटेक गिरोह का खुलासा हुआ।

ऐसे चलता था ऑनलाइन सट्टे का खेल
गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि वे सभी लोग RUDRA CRIC LIVE नामक मोबाइल ऐप के जरिए क्रिकेट मैचों के दौरान ओवर दर ओवर रन, विकेट व परिणामों पर सट्टा लगवाते थे। ऐप पर एड के जरिए व्हाट्सएप नंबर दिए जाते थे, जिनसे संपर्क करने वाले व्यक्तियों को एक-एक आईडी दी जाती थी। इसी आईडी के माध्यम से सट्टा लगाया जाता था।

पूछताछ में पता चला कि इस गिरोह का संचालन दुबई व थाईलैंड से हो रहा था, जहां से इन्हें फर्जी सिम कार्ड, फर्जी बैंक खाते और आवश्यक दस्तावेज भेजे जाते थे। आरोपी हर दिन करीब ₹30 लाख तक की सट्टेबाजी करते थे और सारी रकम विदेशी खातों में ट्रांसफर कर दी जाती थी।

अपहरण की कहानी थी एक साजिश
मुख्य आरोपी भीम सिंह ने कबूला कि अपहरण की झूठी कहानी गिरोह के सदस्यों ने मिलकर रची थी ताकि परिजनों को डरा कर उनसे पैसे वसूले जा सकें।

गिरफ्तार आरोपी
-भीम सिंह, 22, अलवर (राजस्थान)
-नारायण, 25, अलवर (राजस्थान)
-ध्रुव, 24, जुनागढ़ (गुजरात)
-मुकीम, 19, फिरोजपुर झिरका (हरियाणा)
-विशाल कुमार, 27, कुरुक्षेत्र (हरियाणा)
-सन्नी जेतवा, 27, जुनागढ़ (गुजरात)
-हिमांशु दकान, 20, द्वारका (गुजरात)
-सुखदेव सिंह, 31, स्वरूप नगर (दिल्ली)