
द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा: नॉलेज पार्क स्थित शारदा विश्वविद्यालय में जैन समाज के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी की जयंती उत्साह व हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। इसका उद्देश्य अहिंसा, सत्य और ज्ञान के प्रतीक भगवान महावीर के जीवन, शिक्षाओं और आध्यात्मिक विरासत को श्रद्धांजलि देना है। छात्रों, संकायों और कर्मचारियों को जैन धर्म के मूल सिद्धांतों को अपनाने के लिए प्रेरित करना, जिसमें अहिंसा, सत्य और करुणा शामिल हैं। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के प्रो चांसलर वाईके गुप्ता, रजिस्ट्रार डाक्टर विवेक गुप्ता ने उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण कर पूजा अर्चना की।
लक्ष्य के प्रति रहें समर्पित
विश्वविद्यालय के प्रो चांसलर वाईके गुप्ता ने कहा कि लक्ष्य के प्रति पूर्ण रूप से समर्पित होने वाला ही महावीर बन सकता है। भगवान महावीर ने अपने जीवन में एक लक्ष्य बनाया और उसी लक्ष्य को साधने का काम किया। उन्होंने कहा कि शांति,संयम और सद्भावना से जुड़े भगवान महावीर के संदेश विकसित भारत के निर्माण में देश के लिए प्रेरणापुंज है। सभी को उनके दिखाए हुए मार्ग पर चलने की जरूरत है। जो मौन की साधना और शरीर को तपाने के लिए तत्पर हो,जिसके मन में संपूर्ण प्राणीमात्र के प्रति दया की भावना हो और संपूर्ण मानवता के उज्जवल भविष्य की मनोकामना रखता हो। उन्होंने कहा कि केवल जैन धर्म ही नहीं बल्कि समूची मानवता की सेवा के लिए भगवान महावीर ने अपना जीवन व्यतीत किया था।