द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा: यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) अपने विस्तार के साथ ही बजट में भी बड़ा इजाफा कर रहा है। बीते तीन वर्षों में यमुना सिटी ने अपना बजट चार गुना से ज्यादा बढ़ा लिया है। अब आगामी वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए बजट तैयार करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। वित्त विभाग ने विभिन्न विभागों से प्रस्ताव लेना शुरू कर दिया है और इस बार बजट के 15 हजार करोड़ रुपये से अधिक होने की संभावना जताई जा रही है।

साढ़े सात हजार करोड़ का रखा था लक्ष्य
यमुना प्राधिकरण ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में जमीन की बिक्री से साढ़े सात हजार करोड़ रुपये की कमाई का लक्ष्य रखा था। इसी कड़ी में नए वित्तीय वर्ष में भी राजस्व बढ़ाने के लिए कई योजनाएं बनाई जा रही है। औद्योगिक, ग्रुप हाउसिंग और व्यावसायिक भूखंडों की बिक्री में तेजी लाने की योजना तैयार की जा रही है, जिससे राजस्व में दोगुनी वृद्धि संभव हो सके।

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट बना विकास की धुरी
एशिया के सबसे बड़े प्रस्तावित नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के व्यावसायिक संचालन से पहले ही यमुना प्राधिकरण एनसीआर के विकास की रीढ़ बन चुका है। बीते वर्षों में इसके बजट में लगातार वृद्धि देखने को मिली है। वर्ष 2022-23 में जहां प्राधिकरण का बजट 2,621 करोड़ रुपये था, वहीं अगले साल यह बढ़कर 6,713 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। चालू वित्तीय वर्ष 2024-25 में प्राधिकरण का बजट 9,957 करोड़ रुपये के पार जा चुका है। अब नए वित्तीय वर्ष में यह 15 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा होने की उम्मीद है।

एयरपोर्ट विस्तार के लिए भूमि अधिग्रहण पर जोर
नोएडा एयरपोर्ट के तीसरे और चौथे चरण के विस्तार के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया भी तेज कर दी गई है। मार्च 2025 तक 14 गांवों के सभी किसानों से सहमति लेने का लक्ष्य रखा गया है, जिससे भूमि अधिग्रहण का काम तेजी से पूरा किया जा सके। इस प्रक्रिया में लगभग 10 हजार करोड़ रुपये तक का खर्च होने का अनुमान है। यमुना प्राधिकरण में आवासीय, ग्रुप हाउसिंग और व्यावसायिक भूखंडों की मांग लगातार बढ़ रही है। बीते साल जब 451 आवासीय भूखंडों की योजना निकाली गई थी, तब प्राधिकरण को दो लाख से ज्यादा आवेदन प्राप्त हुए थे।

बोर्ड बैठक में होगा बजट का खुलासा
यमुना प्राधिकरण के आगामी बजट को अंतिम रूप देने के लिए विभागों से प्रस्ताव लिए जा रहे है। जल्द ही इसे बोर्ड बैठक में प्रस्तुत किया जाएगा। प्राधिकरण के वित्त महाप्रबंधक विश्वंभर बाबू ने बताया कि सभी विभागों के प्रस्तावों के आधार पर ही इस बार का मेगा बजट तैयार किया जा रहा है, जिससे निवेश और विकास को नई गति मिलेगी।