द न्‍यूज गली, ग्रेटर नोएडा: एनएसएस सेल, गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय द्वारा Cyber Hygiene Practices in Educational Institutions and Career Opportun, विषय पर विशेषज्ञ व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में 430 छात्रों ने हिस्‍सा लिया। विशेषज्ञा वक्‍ताओं ने छात्रों को कई अहम जानकारी दी। डॉ. गौरव गुप्ता, Scientist-F एवं Director, Cyber Security R&D, MeitY, भारत सरकार ने साइबर हाइजीन, डिजिटल सुरक्षा, शैक्षणिक संस्थानों में अपनाई जाने वाली सुरक्षित डिजिटल आदतों, साइबर अपराधियों के मनोवैज्ञानिक पैटर्न, और वास्तविक जीवन से जुड़े धोखाधड़ी के उदाहरणों को साझा करते हुए छात्रों को जिम्मेदार डिजिटल नागरिक बनने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि आज के समय में साइबर सुरक्षा केवल तकनीकी विद्यार्थियों के लिए ही नहीं, बल्कि हर छात्र-छात्रा, शिक्षक और नागरिक के लिए अनिवार्य है। साथ ही, उन्होंने साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में उपलब्ध विशाल करियर अवसरों, आवश्यक कौशलों और तेजी से बढ़ते साइबर जॉब-इकोसिस्टम पर भी विस्तृत प्रकाश डाला, जिससे छात्रों को अपने भविष्य की दिशा तय करने में महत्वपूर्ण मार्गदर्शन मिला।

सार्थक चर्चा का आयोजन
व्याख्यान के उपरांत विश्वविद्यालय में बहु-विषयक (Multidisciplinary) और Outcome-Based Research पर सार्थक चर्चा आयोजित की गई। गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राणा प्रताप सिंह, डीन अकादमिक्स डॉ. राजीव वर्शने, मनोविज्ञान एवं मानसिक स्वास्थ्य विभाग के अध्यक्ष डॉ. आनंद प्रताप सिंह, डॉ. गौरव कुमार, डॉ. नितेश सिंह भाटी, डॉ. राकेश कुमार, डॉ. मंगल दास तथा श्री प्रकाश चंद सरस्वत उपस्थित रहे। चर्चा में मनोविज्ञान, साइबर सुरक्षा, कंप्यूटर विज्ञान, मानव व्यवहार, अपराध मनोविज्ञान और डिजिटल फॉरेंसिक को एक साथ जोड़ते हुए भविष्य की संयुक्त शोध परियोजनाओं, छात्र-उन्मुख प्रशिक्षण कार्यक्रमों और Outcome-Based Learning के नए मार्गों पर विचार किया गया। संवाद का यह मंच विश्वविद्यालय में बहु-विषयक शोध को नई दिशा देने वाला सिद्ध होगा।