-ग्रेटर नोएडा वेस्ट से गायब हुए अमित की हत्या का मामला, पीट-पीट कर की गई थी हत्या
-दादरी कोतवाली पुलिस ने किया मामले का पर्दाफाश


द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित ऐस सिटी सोसायटी में रहने वाले अमित की हत्या का पर्दाफाश कर पुलिस ने कई ऐसे राज से पर्दा उठाया है जो कि अनसुलझे थे। मर्डर मिस्ट्री में शामिल कातिल तक पहुंचने के लिए पुलिस ने 200 सीसीटीवी कैमरे खंगाले। तब पता चला कि पकड़े गए तीनों आरोपी व मृतक अमित चारों मिलकर फर्जी लोन का धंधा करते थे। हिस्सेदारी को लेकर हुए विवाद में हत्या की घटना को अंजाम दिया गया।


ऐसे हुआ मामले का पर्दाफाश
घटना के पर्दाफाश के लिए 4 टीमों द्वारा घटनास्थल के इनर कार्डन व आऊटर कार्डन व अन्य रास्तो पर लगभग 200 सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। घटनास्थल पर दो गाडियां वैगनआर व क्रेटा टैमप्रेरी नंबर पायी गयी तथा दोनो कारों से दो लोग उतरते हुए दिखायी दिये। सीसीटीवी फुटेज व फोटो के आधार पर दोनो संदिग्धो की पहचान मृतक अमित के साथ कंपनी मे काम करने वाले सचिन तंवर उर्फ संदीप निवासी गांव मांडी थाना फतेहपुर बेरी दिल्ली व रमेश उर्फ रामा के रूप मे हुई। इनके दो अन्य साथी हिमांशु व ओमप्रकाश उर्फ शिवम उर्फ बैलू का नाम प्रकाश में आया। पुलिस ने मामले में हिमांशु, ओमप्रकाश व सचिन तंवर को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से हिस्सेदारी के 20 हजार रूपये, अमित की कार, घटना में इस्तेमाल वैगन आॅर कार बरामद की है।


इस वहज से की हत्या
तीनों आरोपियों ने पूछताछ करने पर बताया कि वह तीनों व उनका चैथा साथी रमेश उर्फ रामा, मृतक अमित कुमार के साथ काम करते थे। सब मिलकर कमीशन का लालच देकर फर्जी ग्राहक बनाकर उनके आधार कार्ड लेकर आधार कार्ड में पता व मोबाइल नंबर बदलवाकर फर्जी पे स्लिप के आधार पर बैंक में खाता खुलवाकर बैंक से फर्जी लोन स्वीकृत करा लेतें हैं। लोन पास होने पर उसका कमीशन सभी लोग आपस में बांट लेते है लेकिन अमित कुमार के द्वारा कई लोन के मामलों में आरोपियों का हिस्सा नहीं दिया गया था। जिसकी वजह से तीनों ने अपने चैथे साथी रमेश उर्फ रामा के साथ मिलकर अमित को मारने का प्लान बनाया था। छह अक्टूबर को अमित कुमार को हिस्सें के रूपये देने के लिए केबी नोज ग्रीन सोसाइटी बिसरख के पास बुलवाया था। अमित कुमार इसी काले रंग की क्रेटा कार से आया था। चारों अपनी वेगनआर कार मे उसका इन्तजार कर रहे थे। अमित कुमार के आने पर चारों भी उसकी क्रेटा कार मंे बैठ गये तथा पैसे के लेन देन को लेकर चारों का अमित कुमार से विवाद हुआ। तीनों ने अपने चैथे साथी रमेश उर्फ रामा के साथ मिलकर वही पर कार में ही लोहे के पंच व पाने से पीट पीट कर अमित की हत्या कर दी तथा शव की पहचान छुपाने के लिए उसके शव को उसके घर से दूर हायर कंपनी के पास फेंक दिया था। अमित से जो 80 हजार रूपये मिले थे उन्हें आपस मे बांट लिया था। रमेश उर्फ रामा अभी फरार है, पुलिस उसकी तलाश कर रही है।