द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा : नोएडा इंस्टिट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (एनआईईटी) के बी.टेक इलेक्ट्रॉनिक्स एवं संचार अभियांत्रिकी विभाग के 50 से अधिक विद्यार्थियों ने सी-डैक और भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) द्वारा समर्थित वीएलएसआई बूटकैंप के दूसरे चरण को सफलतापूर्वक पूर्ण कर लिया है। यह कार्यक्रम उभरते तकनीकी पेशेवरों को अति-आधुनिक सेमीकंडक्टर एवं इलेक्ट्रॉनिक चिप डिज़ाइन कौशल प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।

तकनीकी दक्षता का प्रतीक
इस प्रशिक्षण के दौरान विद्यार्थियों ने वीएलएसआई अभिकल्पना (VLSI Design) आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों, और अर्धचालक प्रौद्योगिकी में गहन ज्ञान अर्जित किया। यह सफलता विद्यार्थियों की तकनीकी रुचि, समर्पण और नवाचार के प्रति उत्साह को दर्शाती है।

डिजिटल इंडिया और आत्मनिर्भर भारत के सपनों की ओर
यह बूटकैंप ‘डिजिटल इंडिया’ अभियान और ‘चिप टू स्टार्टअप (C2S)’ योजना के अंतर्गत आयोजित DIR-V ग्रैंड चैलेंज में सहभागिता के लिए एक मजबूत आधार तैयार करता है। यह प्रशिक्षण छात्रों को नवाचार-आधारित समाधान प्रस्तुत करने के लिए प्रेरित करता है, जिससे आत्मनिर्भरभारत को बल मिलता है।

उद्योग उन्मुख शिक्षा की दिशा में एक और कदम
एनआईईटी का सदैव प्रयास रहा है कि वह अपने विद्यार्थियों को न केवल सैद्धांतिक शिक्षा, बल्कि व्यावहारिक ज्ञान और वास्तविक जीवन के अनुप्रयोगों से भी सशक्त बनाए। इस बूटकैंप के माध्यम से संस्थान ने एक बार फिर अपने उद्योग-उन्मुख दृष्टिकोण और राष्ट्रीय तकनीकी पहलों से जुड़ने की प्रतिबद्धता को दोहराया है।

संस्थान के निदेशक और प्रशिक्षण टीम ने विद्यार्थियों को उनकी इस उपलब्धि पर बधाई दी और उन्हें भविष्य में भी नवाचार और अनुसंधान की दिशा में कार्यरत रहने के लिए प्रेरित किया।