द न्यूज गली, नोएडा : पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर में पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह के नेतृत्व में वर्ष 2023 में चयनित समस्त उपनिरीक्षकों का सैनिक सम्मेलन आयोजित किया गया। सम्मेलन का उद्देश्य नए आपराधिक कानूनों—भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम—के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करना रहा। गुरुवार, 18 दिसंबर को सेक्टर-108 स्थित पुलिस आयुक्त कार्यालय के ऑडिटोरियम में आयोजित इस सम्मेलन में पुलिस आयुक्त ने उपनिरीक्षकों को संबोधित करते हुए नए कानूनों के व्यावहारिक पक्षों पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि नए आपराधिक कानूनों का मूल उद्देश्य त्वरित, पारदर्शी और पीड़ित-केंद्रित न्याय प्रणाली को मजबूत करना है। अपने संबोधन में उन्होंने अपराधों की नई परिभाषा, दंड निर्धारण की प्रक्रिया, पीड़ितों के अधिकारों और न्यायिक प्रक्रिया को सरल बनाने वाले प्रावधानों पर विशेष रूप से प्रकाश डाला।

इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों के महत्व पर भी जोर
सम्मेलन के दौरान इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों के महत्व पर भी जोर दिया गया। पुलिस आयुक्त ने इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों की विधिसम्मत जब्ती, संरक्षण और न्यायालय में उनकी प्रभावी प्रस्तुति के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। साथ ही फोरेंसिक जांच, क्राइम सीन के निरीक्षण के दौरान बरती जाने वाली सावधानियां, फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी के माध्यम से साक्ष्य संकलन तथा तकनीकी साक्ष्यों की प्रमाणिकता सुनिश्चित करने पर भी विस्तार से चर्चा की गई।

पुलिस कौशल विकास पर बोलते हुए पुलिस आयुक्त ने अपने दीर्घकालीन अनुभव साझा किए और उपनिरीक्षकों को आधुनिक तकनीक, डिजिटल टूल्स और नवीन अनुसंधान पद्धतियों से स्वयं को लगातार अपडेट रखने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि बदलते अपराध परिदृश्य में प्रभावी पुलिसिंग के लिए तकनीकी दक्षता और व्यावहारिक ज्ञान अत्यंत आवश्यक है।

अपराधों की रोकथाम से जुड़े विषयों पर प्रशिक्षण दिया
सम्मेलन में अपराध निरोध, कानून-व्यवस्था बनाए रखने, राजनीतिक व्यक्तियों, मीडिया एवं सामाजिक संगठनों के साथ समन्वय, विधिक ज्ञान, जनता के साथ पुलिस के व्यवहार, जनसंवेदनशीलता और विभिन्न प्रकार के अपराधों की रोकथाम से जुड़े विषयों पर भी उपनिरीक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया।

इस अवसर पर पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह ने उपनिरीक्षकों से सीधा संवाद करते हुए फील्ड में आने वाली वास्तविक समस्याओं और चुनौतियों की जानकारी ली। उन्होंने उपनिरीक्षकों से अपने अनुभव और सुझाव साझा करने का आह्वान किया, ताकि फील्ड संचालन को और अधिक प्रभावी, सहज और अपराध-निरोधक बनाया जा सके।

पुलिस आयुक्त ने विश्वास व्यक्त किया कि यह सम्मेलन उपनिरीक्षकों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगा और अर्जित ज्ञान का उपयोग वे फील्ड ड्यूटी के दौरान प्रभावी रूप से करेंगे, जिससे आमजन को त्वरित एवं निष्पक्ष न्याय उपलब्ध कराया जा सकेगा।

सम्मेलन में उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मान
सैनिक सम्मेलन के दौरान फील्ड में उत्कृष्ट कार्य करने वाले नौ उपनिरीक्षकों—भूपेन्द्र कुमार, भगत सिंह, रोहित सिंह, शुभांजली समाधिया, सचिन कुमार, चन्द्रवीर सिंह, ममता पंवार, कपिल कुमार यादव और मोनू राणा—को पुलिस आयुक्त द्वारा नगद पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।