द न्यूज गली, नोएडा : महागुण मॉडर्न के निवासियों का सत्याग्रह के माध्यम से सातवें रविवार भी विरोध प्रदर्शन जारी रहा। निवासियों ने हर रविवार की तरह ही शाम 7 बजे फिर से मुंह पर मास्क लगा कर कैंडल मार्च निकाल नारेबाजी की।
कब्जा जमाने का आरोप
निवासियों का कहना है कि जबरदस्ती समाज सेवा का कुछ लोगों पर भूत सवार है और वे किसी भी हाल में किसी और को सेवा नहीं करने देंगे। ये लोग सात सालों से बिना चुनाव कराए एओए पर कब्जा जमा कर बैठे हैं और किसी भी हाल में किसी और को नहीं आने देना चाहते और इसी लिए चुनाव नहीं कराते।
डिप्टी रजिस्ट्रार का आदेश नहीं माना
हालांकि डिप्टी रजिस्ट्रार ने भी सभी पदों पर चुनाव कराने का आदेश दिया था जिसको इन लोगों ने नहीं माना। फिर यह मामला हाईकोर्ट में गया। वहां भी सभी पदों पर चुनाव कराने का निर्णय हुआ, लेकिन इसको भी इन जबरदस्ती के समाज सेवियों ने नहीं माना और उच्च न्यायालय चले गए।
तीन महिलाओं के हस्ताक्षर
उच्च न्यायालय में तीन महिलाओं पारुल तोमर, आकांक्षी श्रीवास्तव और प्रवीण मिश्रा के नाम का इस्तेमाल कर वाई पी गुप्ता ने स्टे के लिए केस फाइल किया और स्टे ले लिया। हालांकि तीनों महिलाओं का कहना है कि इन्होंने न किसी वकालतनामा पर हस्ताक्षर किया है और न कोई केस फाइल किया है जबकि वकालतनामा पर इन तीनों महिलाओं के हस्ताक्षर हैं। पिछले 14 महीनों से उच्च न्यायालय में इनके वकील सिर्फ बहानेबाजी कर अगली तारीख ले लेते है और बहस से बचते हैं।
साढ़े पांच करोड़ खर्च करने का आरोप
इसी तरह समय का फायदा उठाते हुए इन लोगों ने मेजर रिपेयर के नाम पर सोसायटी का 5.5 करोड़ रुपए खर्च कर दिया है जबकि डिप्टी रजिस्ट्रार ने 2022 में व 2024 में पत्र जारी कर इस तरह के किसी भी खर्च पर पाबंदी लगा रखी है। निवासियों का कहना है कि जबतक सभी पदों पर चुनाव नहीं हो जाता, हर रविवार शाम सात बजे विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।
