द न्‍यूज गली, ग्रेटर नोएडा: दीपावली रोशनी का पर्व है, लेकिन झुग्‍गी में रहने वाले परिवारों के घरों में त्‍योहार पर भी अंधेरा छाया रहता था। त्‍योहार पर उनके घरों को रोशन करने के लिए छोटू फाउंडेशन ने सराहनीय कार्य किया है। फाउंडेशन ने झोपड़ी में रहने वाले परिवारों को सोलर लाइट का उपहार दिया। जिसे पाकर उनके चेहरे पर खुशी व्‍याप्‍त हो गई। लाइट से उनकी झोपड़ी में रोशनी फैल गई।
छोटू फाउंडेशन के संस्थापक/अध्यक्ष रिक्की जौनसन ने बताया कि हमने देखा कि इन परिवारों को अंधेरे में बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। जहाँ हम एक दिन के लिए भी बिजली के बिना नहीं रह सकते, वहीं यह परिवार अपनी पूरी जिंदगी अंधेरों में बिता देते हैं। झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले परिवारों को हर रात भोजन बनाना, बच्चों को पढ़ाना और अपनी रोज़मर्रा की गतिविधियाँ अंधेरे में ही पूरी करनी पड़ती हैं। ऐसे हालात में, फाउंडेशन ने अपने दिवाली उत्सव को एक अलग रूप दिया। इसलिए हमने सोचा कि इस बार दिवाली का दीपक नहीं, बल्कि एक सोलर लाइट देकर उनके घरों में स्थायी रूप से रोशनी भरें। फाउंडेशन के पधाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने जब झुग्गी-बस्तियों का दौरा किया,  तो वहां उन्होंने कई परिवारों की दिल छूने वाली कहानियाँ सुनीं। एक ऐसा ही परिवार है अनीता देवी का, जो पिछले कई वर्षों से झुग्गी में रह रही हैं। उनके परिवार में दो बच्चे हैं, और घर में रोशनी न होने के कारण उनके बच्चों की पढ़ाई बहुत प्रभावित होती है। अनीता देवी बताती हैं, हमारे पास तेल का दीया जलाने के भी पैसे नहीं होते। बच्चे खाना भी अंधेरे में खाते हैं, पढ़ाई तो दूर की बात है। पहल के तहत, फाउंडेशन ने नोएडा के सेक्टर-42, सेक्टर-32, कुलेशरा-ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद के वसुंधरा स्थित झुग्गियों में सैकड़ों परिवारों को सोलर लाइट्स प्रदान कीं। इन लाइट्स से न केवल एक रात बल्कि हर रात इन झुग्गियों में रोशनी होगी।