-जेल में बंद किसानों से मुलाकात नहीं कर सका सपा का प्रतिनिधि मंडल
-प्रतिनिधि मंडल ने किसानों के स्वजन से की मुलाकात
द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा: जेल में बंद किसानों से मुलाकात करने जा रहे सपा के तीन सांसद व एक विधायक को सफलता नहीं मिली। प्रतिनिधि मंडल पार्टी के जिला कार्यालय पर किसानों के स्वजन व नोएडा में डीएम मनीष कुमार वर्मा व ज्वाइंड सीपी शिव हरि मीणा से मुलाकात कर वापस लौट गया। प्रतिनिधि मंडल किसानों के मामले की विस्तृत रिपोर्ट पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को देगा।
हुई नोकझोंक
लुक्सर जेल में बंद किसानों से मुलाकात करनेजा रहे समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल को पुलिस द्वारा डीएनडी फ्लाईओवर रोक दिया गया। प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों एवं पुलिस अधिकारियों में तीखी नोंक-झोंक हुई। बाद में प्रतिनिधि मंडल के सभी सदस्य सूरजपुर स्थित समाजवादी पार्टी जिला कार्यालय पर पहुंचे, जहां उन्होंने जेल में बंद किसान नेताओं के परिजनों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने किसानों की इस लड़ाई में समाजवादी पार्टी द्वारा हर संभव मदद किए जाने का आश्वासन दिया। उसके बाद पुलिस जॉइंट कमिश्नर एवं जिलाधिकारी से मुलाकात कर किसानों को बिना शर्त रिहाई करने की मांग की। इस दौरान जिलाधिकारी द्वारा बिना शर्त किसानों की शीघ्र रिहाई करने का आश्वासन दिया गया।
लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन
सांसद हरेंद्र मलिक ने कहा कि जेल में बंद किसानों से मुलाकात करने से रोका जाना लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन है। भाजपा सरकार सरेआम लोकतंत्र की हत्या कर रही है, आज उत्तर प्रदेश में आपातकाल जैसे हालात हैं। उन्होंने कहा कि किसानों के साथ जेल में दुर्व्यवहार और उत्पीड़न हो रहा है। सच्चाई सामने आ जाने के डर से किसानों से मुलाकात नहीं करने दी जा रही। सांसद नरेश उत्तम पटेल ने कहा कि भाजपा सरकार में लगातार किसानों पर अत्याचार हो रहे हैं। सांसद लाल जी वर्मा ने कहा कि किसानों की इस लड़ाई में समाजवादी पार्टी उनके साथ खड़ी है एवं आंदोलनकारी किसानों कि बिना शर्त रिहाई के लिए हर आवश्यक कदम उठाएगी। विधायक कमाल अख्तर ने कहा कि समाजवादी पार्टी किसानों का किसी भी तरह का शोषण नहीं होने देगी। प्रतिनिधि मंडल में सदस्य जिलाध्यक्ष सुधीर भाटी, फकीरचंद नागर, गजराज नागर, सुनील चौधरी, वीर सिंह यादव, इन्दर प्रधान, महेंद्र नागर, आश्रेय गुप्ता, सुनील देवटा, नरेंद्र नागर सुधीर तोमर, कपिल सैफी सहित अन्य लोग मौजूद रहे।