-वैश्विक नवाचार मंच पर युवा प्रतिभाओं ने किया शानदार प्रदर्शन
-समापन के दौरान लीडरशिप टॉक का भी किया गया आयोजन
द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा: गलगोटिया विश्वविद्यालय में चल रहे इंटरनेशनल हैकाथॉन 2025 का समापन हो गया। कार्यक्रम का सफल आयोजन कर विश्वविद्यालय प्रबंधन ने शिक्षा और नवाचार के क्षेत्र में अपनी वैश्विक प्रतिबद्धता को प्रस्तुत किया। अंतरराष्ट्रीय मंच पर युवा नवोन्मेषकों, शिक्षकों, तकनीकी विशेषज्ञों और विचारशील नेतृत्व ने सहभागिता करते हुए रचनात्मकता, समस्या-समाधान क्षमता और सहयोगात्मक नवाचार का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। आयोजन का उद्देश्य छात्रों को वास्तविक दुनिया की चुनौतियों से जोड़ना और उन्हें वैश्विक नवाचार इकोसिस्टम से परिचित कराना था। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ. एलंगोवन करियप्पन, सहायक नवाचार निदेशक, शिक्षा मंत्रालय की इनोवेशन सेल (एआईसीटीई), शिक्षा मंत्रालय ने नवाचार की भूमिका और युवाओं की जिम्मेदारी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भविष्य उन्हीं संस्थानों और छात्रों का है जो तकनीक को सामाजिक समाधान से जोड़कर देखते हैं। कार्यक्रम का प्रमुख आकर्षण ह्यूमन सिनर्जी इन इनोवेशन इकोसिस्टम्स, विषय पर आयोजित लीडरशिप टॉक रहा। जिसे इंटरनेशनल टेलीकम्युनिकेशन यूनियन (आईटीयू) के यूथ एम्बेसडर रणवीर सचदेवा ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि जिज्ञासा, ज्ञान और तर्ककृतीनों मिलकर नवाचार को आकार देते हैं, लेकिन मानवीय संवेदनाएं और आपसी जुड़ाव ही किसी भी नवाचार को स्थायी बनाते हैं। उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और जीपीटी जैसे टूल्स मानव संबंधों की जगह नहीं ले सकते।

जिम्मेदार नागरिक बने युवा
इस अवसर पर गलगोटिया विश्वविद्यालय के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. ध्रुव गलगोटिया ने कहा कि हैकाथॉन केवल तकनीकी समाधान प्रस्तुत करने का मंच नहीं है, बल्कि यह युवाओं को जिम्मेदार वैश्विक नागरिक बनने की दिशा में तैयार करता है। गलगोटिया विश्वविद्यालय का प्रयास है कि हमारे छात्र नवाचार के माध्यम से समाज, उद्योग और राष्ट्र की वास्तविक समस्याओं का समाधान करें और भारत को वैश्विक नवाचार मानचित्र पर सशक्त रूप से स्थापित करें।
ग्रीन एंड क्लीन टेक्नोलॉजी, विषय पर उत्कृष्ट समाधान प्रस्तुत करने वाली टीम वी को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ। स्मार्ट ऑटोमेशन विषय पर नवाचार करने वाली टीम जेनजीनियस को द्वितीय स्थान तथा स्मार्ट एजुकेशन विषय पर प्रभावी समाधान देने वाली टीम टेक मैवेरिक्स को तृतीय स्थान से सम्मानित किया गया।

