-चिल्ला एलिवेटेड के निर्माण में सामने आई घोर लापरवाही
-निर्माण में कम गुणवत्ता वाली स्टील का हो रहा था उपयोग
द न्यूज गली, नोएडा: सरकार के महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट चिल्ला एलिवेटेड के निर्माण में एजेंसी के निर्माण कम गुणवत्ता वाले स्टील का उपयोग किया जा रहा था। पूर्व में दिए गए निर्देश के बाद भी एजेंसी के द्वारा नियमों का पालन नहीं किया जा रहा था। लापरवाही मिलने पर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम ने कड़ी कार्रवाई करते हुए निर्माण एजेंसी पर 10 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया है। अधिकारियों का कहना है कि जुर्माने की राशि एजेंसी को किए जाने वाले भुगतान में से काट ली जाएगी। साथ ही एजेंसी को निर्देश दिया गया है कि पूर्व में निर्धारित की गई कंपनियों के अतिरिक्त किसी अन्य कंपनी की स्टील का उपयोग निर्माण में न करें।
लाखों लोगों को मिलेगी राहत
चिल्ला एलिवेटेड बनने से प्रतिदिन लाखों लोगों को राहत मिलेगी। इसका निर्माण दिल्ली के मयूर विहार फ्लाई ओवर से नोएडा के महामाया फ्लाईओवर तक किया जा रहा है। जिसकी लंबाई लगभग 6 किलोमीटर है। निर्माण पर लगभग 900 करोड़ रुपए खर्च होंगे। चिल्ला एलिवेटेड बनाने का कार्य पिछले कई माह से चल रहा है, अब तक लगभग 30 प्रतिशत काम भी पूरा हो चुका है। अधिकारियों ने बताया कि टेंडर की शर्त में तीन कंपनियों के स्टील लगाने की बात हुई थी। निर्माण एजेंसी के द्वारा इससे इतर एक अन्य कंपनी की स्टील लगाई जा रही थी। जिसकी गुणवत्ता बहुत अच्छी नहीं है।
