द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा: विदेशी चीनी नागरिकों को गेमिंग, ट्रेडिंग, लोनिंग ऐप, धोखाधड़ी एवं अन्य अवैध गतिविधियों हेतु बैंक खाते उपलब्ध कराने वाले गिरोह का एसटीएफ ने पर्दाफाश किया है। गिरोह के तीन आरोपितों को धर दबोचा गया है। आरोपी बैंक खाते उपलब्ध कराने के अलावा लोगों को डिजिटल अरेस्ट कर करोड़ों की ठगी भी कर चुके है।
इनकी हुई गिरफ्तारी
– नवरत्न सिंह खुराल उर्फ रोबी, निवासी प्लाट नं0 13, टीपी-13, शुभ टेनामेन्ट थाना फतेहगंज, जनपद बड़ोदरा, गुजरात
– तनवीर अली निवासी ग्राम परतापुर, थाना बीबीनगर, जनपद बुलन्दशहर
– शाकिब शेख निवासी ग्राम चोपडा, थाना जलगांव, जनपद जलगांव, महाराष्ट्र
यह मिली थी सूचना
काफी दिनों से एसटीएफ उत्तर प्रदेश को अपराधियों द्वारा चीनी नागरिकों को धोखाधड़ी करने के उद्देश्य से भारतीय लोगों के बैंक खाते उपलब्ध कराये जाने के सम्बन्ध में सूचना प्राप्त हो रही थी। बुधवार को मुखबिर के माध्यम से पता चला कि आरोपित थाना सूरजपुर, गौतमबुद्धनगर क्षेत्र के अन्तर्गत पड़ने वाले घण्टा गोल चक्कर के पास आने वाले हैं। वहां आते ही एसटीएफ ने उनको पकड़ लिया। तीनों व्यक्तियों से गहनता से जानकारी की गयी तो एसटीएफ के होश उड़ गए।
बीटेक इंजीनियर चला रहा था गिरोह
गिरफ्तार आरोपी नवरत्न सिंह खुराल ने पूछताछ पर बताया कि उसकी उम्र लगभग 40 साल है और उसने बीटेक सिविल इंजीनियरिंग की है। उसने वर्ष 2016-17 में एक प्राइवेट कम्पनी में जॉब किया था, उसके बाद अपनी कन्सट्रक्शन कम्पनी खोलकर सामुदायिक शौचालय बनाने का काम प्रारम्भ कर दिया था। इसके बाद अभियुक्त नवरत्न सिंह खुराल फेसबुक पर यूएसडीटी संबन्धित विज्ञापन देखकर उनमें रूचि लेने लगा और इसी दौरान उसकी मुलाकात टेलीग्राम ऐप के माध्यम से डी केके, मैगी, हू जियांग, केटीएम नामक चायनीज व्यक्ति से होने लगी। इनके बाद इनसे बातचीत होना प्रारम्भ हो गयी और चायनीज व्यक्तियों ने उसको भारतीय नागरिकों से अवैध रूप से धन प्राप्त करने के सम्बन्ध में बताया। तभी से वह भारतीय नागरिकों के साथ धोखाधडी कर रहा है।
नेपाल में रहकर ठगी करते है चीनी नागरिक
पूछताछ में उसने बताया कि ये चाईनीज नागरिक नेपाल में रहकर अवैध गतिविधियों संचालित कर रहे हैं। नवरत्न सिंह खुराल का एक दोस्त सिद्वार्थ है, जो लखनऊ में रहता है और सिद्वार्थ के माध्यम से ही आरोपी नवरत्न सिंह खुराल की मुलाकात तनवीर से हुई थी। इसके अलावा शाकिब की मुलाकात आरोपी नवरत्न सिंह खुराल से चीनी नागरिक द्वारा टेलीग्राम ऐप पर कराई गयी थी।
बैंक खातों की होती है आवश्यकता
ठगी के इस कार्य के लिए चायनीज व्यक्तियों को भारतीय नागरिकों के बैंक खातों की आवश्यकता होती है, जिनमें धोखाधडी से प्राप्त किये गये धन को ट्रान्सफर किया जाता है। गिरफ्तार किये गये तीनों व्यक्तियों द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय लेनदेन में अन्य वित्तीय नियमो से बचने के लिए यह लोग क्रिप्टों करेंसी के माध्यम से हवाला के जरिये भारतीय सुरक्षा एजेन्सियों की नजरों से बच कर धन का आदान प्रदान करते हैं। इसी प्रक्रिया में नवरत्न सिंह खुराल को तनवीर और शाकिब द्वारा भारतीय नागरिकों के बैंक खाते एवं उनकी समस्त जानकारी (जैसे खाते की चैक बुक, पैनकार्ड, एटीएम कार्ड, आधार कार्ड एवं खाते में दर्ज कराये गये मोबाइल नम्बर आदि) उपलब्ध कराये जाते हैं, जिनको नवरत्न सिंह खुराल, चीनी नागरिकों को भेज देता है, जो नेपाल और थाईलैण्ड में बैठकर भारतीय नागरिकों से फ्रॉड करके धन की प्राप्ति करते हैं। इस कार्य के लिए चीनी नागरिकों से आरोपितों को अच्छा कमीशन प्राप्त होता है।
जम्मू कश्मीर सहित कई राज्यों में है नेटवर्क
संयुक्त रूप से पूछताछ में यह तथ्य प्रकाश में आया कि इन आरोपितों का जम्मू कश्मीर, महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक, दिल्ली, एनसीआर, उत्तर प्रदेश, हरियाणा राज्यों में भी नेटवर्क है, जहां से ये विभिन्न श्रोतों से भारी संख्या में डम्प एकाउन्ट प्राप्त करके सीमापार बैठे चीनी नागरिकों को पैसे के बदले में उपलब्ध करा रहे थे। इस सम्बन्ध में और अधिक छानबीन की जा रही है। नवरत्न सिंह खुराल ने पूछताछ पर यह भी बताया कि उसने माह सितम्बर वर्ष 2024 में गुरुग्राम हरियाणा में एक महिला को डिजीटल अरेस्ट कर पोने 6 करोड़ रूपये की ठगी की थी।
यह हुआ बरामद
लैपटाप, 8 मोबाइल, एक पासपोर्ट, 5 आधार कार्ड, 4 मोबाइल सिम कार्ड (जो बैंक एकाउन्ट में रजिस्टर्ड है), 5 चैकबुक, 22 अदद डेबिट-क्रेडिट कार्ड, नेपाली करेन्सी।