द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा : ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण (ग्रेनो) की महत्वाकांक्षी परियोजना, मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक्स हब (एमएमएलएच) अब धरातल पर उतरने को तैयार है। 825 एकड़ भूमि पर विकसित होने वाली इस विश्व स्तरीय माल ढुलाई सुविधा के लिए 90% जमीन का अधिग्रहण पूरा हो चुका है। इस परियोजना को अप्रैल 2028 तक चालू करने का लक्ष्य है। केंद्र और प्राधिकरण के अधिकारियों की हालिया बैठक में परियोजना का शेड्यूल तय किया गया है।
फरवरी में मिलेगी अंतिम मंजूरी
फरवरी 2025 में इस परियोजना को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) इवोल्यूशन कमेटी से अंतिम मंजूरी मिलने की उम्मीद है। इसके तुरंत बाद अनुरोध प्रस्ताव जारी किया जाएगा। ग्रेनो प्राधिकरण ने मई 2025 तक कंसेसियनार का चयन कर आशय पत्र (एलओए) जारी करने की योजना बनाई है। जून 2025 में रियायत समझौते पर हस्ताक्षर होंगे। निर्माण कार्य अप्रैल 2026 में शुरू होकर दो वर्षों में पूरा होगा।
दादरी की विशेष भूमिका
यह परियोजना दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर (डीएमआईसी) के तहत दादरी में स्थापित की जाएगी। एमएमएलएच के दो महत्वपूर्ण घटक, मल्टी-मॉडल ट्रांसपोर्ट हब (एमएमटीएच) और एकीकृत औद्योगिक टाउनशिप परियोजना को और प्रभावी बनाएंगे। एमएमटीएच, रेलवे स्टेशन, अंतरराज्यीय बस टर्मिनल और मेट्रो रेल को एकीकृत करेगा। यह हब दादरी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर स्टेशन से 3.5 किमी रेल ट्रैक द्वारा जुड़ा होगा।
आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित हब
मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक्स हब में अत्याधुनिक सुविधाएं शामिल होंगी। इसमें आधुनिक गोदाम, कस्टम क्लीयरेंस सुविधाएं, रेल प्लेटफॉर्म, कोल्ड स्टोरेज इकाइयां और ट्रक पार्किंग बे जैसी सेवाएं उपलब्ध होंगी। यह परियोजना 8,325 करोड़ रुपये की लागत से तैयार की जाएगी। जिसमें 5,911 करोड़ रुपये का निवेश निजी डेवलपर के माध्यम से किया जाएगा। इस हब को 45 वर्षों के लिए डिजाइन-फाइनेंस बिल्ड-ऑपरेट-ट्रांसफर (डीएफबीओटी) मॉडल पर संचालित किया जाएगा।
निर्माण कार्य की निगरानी करेगा ईवाई
इस परियोजना के सुचारू क्रियान्वयन के लिए एर्स्ट एंड यंग (ईवाई) को कंसल्टेंट नियुक्त किया गया है। यह कंपनी परियोजना की डिजाइनिंग, योजना और निर्माण कार्यों की निगरानी करेगी। इसके साथ ही गुणवत्ता और समयसीमा का पालन सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाएगी।
2071 तक लाभ पहुंचाएगी परियोजना
परियोजना के तहत लॉजिस्टिक्स हब को नई तकनीक और आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया जाएगा। जिससे माल की निर्बाध आवाजाही सुनिश्चित हो सकेगी। मार्च 2071 तक यह परियोजना औद्योगिक और आर्थिक विकास में योगदान देगी। एमएमएलएच न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे भारत के औद्योगिक परिदृश्य को नई दिशा देने में सहायक सिद्ध होगी। ग्रेनो प्राधिकरण की अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी प्रेरणा सिंह का कहना है कि एमएमएलएच परियोजना के लिए आवश्यक 90% भूमि अधिग्रहण पूरा कर लिया गया है। फरवरी में इसे पीपीपी इवोल्यूशन कमेटी से मंजूरी मिलने की उम्मीद है।
