द न्‍यूज गली, ग्रेटर नोएडा: इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस डिवीजन के सहयोग से गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय में डिजिटल इंडिया टॉक शो, विशेष इंटरैक्टिव सत्र का आयोजन किया गया। यह आयोजन भारत में डिजिटल पहल के परिवर्तनकारी प्रभाव पर चर्चा करने के लिए विशेषज्ञों, संकाय और छात्रों को एक साथ लाने के लिए किया गया। कार्यक्रम में विभिन्‍न स्‍थानों से आए विशेषज्ञों ने विषय पर अपना विचार रखा।

युवाओं को प्रभावित कर रहा डिजिटल प्‍लेटफार्म
गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आरके सिन्हा ने युवा पीढ़ी के जीवन में डिजिटल प्लेटफॉर्म की बढ़ती भूमिका पर अपना विचार रखा। उन्होंने चर्चा बताया कि प्लेटफ़ॉर्म आज के युवाओं की शिक्षा, करियर और जीवनशैली विकल्पों को कैसे प्रभावित और आकार दे रहे हैं। इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे DigiLocker, APAAR ID और API Setu जैसे उपकरण तेजी से दैनिक जीवन का एक अभिन्न अंग बन रहे हैं। खासकर छात्रों के लिए, दस्तावेज़ प्रबंधन से लेकर सरकारी सेवाओं तक निर्बाध पहुंच तक सब कुछ सुविधाजनक बना रहे हैं। प्रणव उपाध्याय ने डिजिटल इंडिया पहल के चल रहे प्रभाव पर बात की और विस्तार से बताया कि कैसे ये प्रयास शासन में बदलाव ला रहे हैं। पारदर्शिता बढ़ा रहे हैं और पूरे देश में समावेशी विकास को सक्षम कर रहे हैं। उन्होंने भविष्य की अंतर्दृष्टि भी साझा की कि कैसे ये पहल विकसित होती रहेंगी और भारत के डिजिटल परिवर्तन को आगे बढ़ाएंगी। कार्यक्रम में गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय के संकाय सदस्यों डाक्‍टर विदुषी शर्मा, एचओडी (ईसीई), डाक्‍टर नीता सिंह, एचओडी (आईटी), डाक्‍टर आरती सिंह दिनकर, सहायक प्रोफेसर, डाक्‍टर राजू पाल, सहायक प्रोफेसर, डाक्‍टर गौरव कुमार, सहायक प्रोफेसर, डाक्‍टर शिराज खुराना, सहायक प्रोफेसर, डाक्‍टर राहुल कुमार सहित अन्‍य लोग मौजूद थे।