द न्‍यूज गली, ग्रेटर नोएडा: प्राचीन गुरुकुल सिकंदराबाद की शाखा उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खेरली के प्रांगण में विश्व का पहला मनु महोत्सव आर्य प्रतिनिधि सभा गौतमबुद्ध नगर के तत्वावधान में प्रारंभ हुआ। आर्य प्रतिनिधि सभा गौतमबुद्ध नगर के अध्यक्ष डाक्‍टर राकेश कुमार आर्य ने बताया कि इस प्रथम दिवसीय सत्र में सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा के महामंत्री विनय आर्य मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। जिन्होंने कहा कि महर्षि मनु ऐसे वैज्ञानिक चिंतन के धनी ऋषि हुए हैं जिनके वैज्ञानिक चिंतन के बाहर जाकर कोई भी व्यवस्था अपना कार्य नहीं कर सकती और यदि करेगी तो वह विध्वंस को ही आमंत्रित करेगी। उन्होंने कहा कि संसार के जितने भी संविधान आज कार्य कर रहे हैं उन सब पर महर्षि मनु के चिंतन का व्यापक प्रभाव है। उन्होंने कहा कि आज महर्षि मनु के चिंतन का विस्तार करने की आवश्यकता है। कार्यक्रम का संचालन वैदिक विद्वान आर्य सागर द्वारा किया गया।

कथा का किया उल्‍लेख
स्वामी चेतन देव वैश्वानर ने महर्षि मनु के व्यापक चिंतन पर अपना गहन चिंतन मंथन प्रस्तुत कर सभी को गदगद कर दिया। उन्होंने महर्षि मनु की अनेक व्यवस्थाओं का उल्लेख करते हुए यह स्पष्ट किया कि महर्षि मनु पर लगाए गए सारे आरोप निराधार हैं। आचार्य सत्यव्रत ने कहा कि महर्षि मनु विश्व के आदि संविधान निर्माता है। जिन्होंने स्वयं को भी विधि के अधीन रखकर यह सिद्ध किया कि राजा विधि से ऊपर नहीं है। इस अवसर पर आर्य वीर दल उत्तर प्रदेश के सचिव आर्य वीरेश भाटी , इंजीनियर श्यामवीर सिंह भाटी, आर्य समाज सूरजपुर के प्रधान मूलचंद शर्मा, कमल सिंह आर्य ,दिवाकर आर्य, रंगीलाल आर्य, सतीश आर्य, धर्मवीर सिंह आर्य, रमेश आर्य, बाबूराम आर्य , महावीर सिंह आर्य, प्रभाकर आर्य, अनार सिंह आर्य, जीत सिंह आर्य, सुशील आर्य आदि की विशेष उपस्थिति रही।