द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा : ग्रेटर नोएडा वेस्ट में फर्जी स्किल डवलपमेंट गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। आरोपी कोचिंग सेंटर के माध्यम से पढ़ने वाले बच्च (उम्र 5-15 वर्ष) के पर्सनेल्टी-स्किल डवलमेन्ट कराने के लिए तीन प्लान क्रमशः सिल्वर, गोल्ड एवं प्लेटिनम कोर्स कराने के नाम पर धोखाधडी करके अभिभावक से पैसे लेकर फरार हो जाते थे। मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को धर दबोचा है, जिसमें दंपती भी शामिल है। आरोपियों के कब्जे से फर्जी 146 स्किल अप्रूवल लेटर, आठ लाख रूपये नकद व अन्य बरामद किए गए है।

इनकी हुई धरपकड़
-नीरज कुमार व उसकी पत्नी श्वेता, मोहम्मद आरिफ, कंचन कुमार सिंह। सभी ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित पाॅम ओलंपिया सोसायटी में रह रहे थे।

ऐसे करते थे अपराध
आरोपियों द्वारा कंपनी खोलकर स्किल-पर्सनेल्टी डवलपेन्ट के नाम पर अभिभावको-छात्रों से ठगी की जाती थी। यह लोग सिल्वर प्लान के नाम पर 25,000 रूपये, गोल्ड प्लान के नाम पर 35,000 रूपये व प्लेटिनम 50,000 से 60,000 रूपये अभिभावको से लेते थे। मेजिक मेथ्स, स्पोकन इंगलिस, वेदिक मेथ्स, फोटोजैनिक मैमोरी, रोबोटिक्स इत्यादि कोर्सेस के लिए शनिवार-रविवार को तीन घण्टे की क्लासेस देने के लिए टीचर रखते थे। कोचिंग सेन्टर के रिव्यूज और फेसबुक पेज अभिभावकों को दिखाकर एडमीशन लेने के लिए लुभाते थे किन्तु जब पर्याप्त मात्रा में बच्चो के एडमीशन इनके कोचिंग इंस्टीट्यूट द्वारा ले लिए गये और मांग के अनुसार गुणवत्तापूर्ण क्लासेस नहीं दी गई तब अभिभावको को ऑनलाइन क्लासेस देने का आश्वासन दिया गया और बताया गया कि 7 दिन में हम दोबारा ऑफलाइन क्लासेस प्रारम्भ कर देगें। दोबारा पूछने पर 7 दिन के बाद बताया गया कि अब हम किसी नई जगह पर कोचिंग को शुरू करेगें किन्तु इस बात पर जब अभिभावको के द्वारा आपत्ति जाहिर की गयी और अपने पैसे रिफंड किये जाने की मांग की गई तब यह लोग रातांे-रात भाग गये। अभिभावको के पैसे वापस नहीं किये गये और न ही आगे कोई भी क्लासेस दी गई।

पूछताछ में यह बताया
-आरोपी नीरज कुमार ने पूछने पर बताया गया कि उसके द्वारा वर्ष 2015 में जयपुर से बी-फार्मा किया गया था। इससे पहले उसने बी.पी.ओ में काम किया है। साथियों के साथ मिलकर जगतपुरी, दिल्ली में खोला था लेकिन जब कोरोना आया तब उसने इसे अचानक बन्द कर दिया और उसके बाद टूर एण्ड ट्रेवल्स कंपनी में नौकरी की। जब कुछ पैसा इकठ्ठा हो गया तब उसने डायरेक्टर रूपेश को अपने साथ शामिल किया और ठगी का धंधा खोल दिया।
-आरोपी महिला श्वेता नीरज की पत्नी है। वह अभिभावकों-छात्रा को लुभावनी बाते समझा कर उनका इनरोलमेन्ट करवाती थी और कंपनी से लाभ प्राप्त करती थी। वह बिजनेस को बढ़ाने का काम करती थी।