द न्यूज गली, अलीगढ़ : अलीगढ़ के सेंटर फॉर नरेंद्र मोदी स्टडीज (नमो केंद्र) द्वारा आयोजित पहले “रतन टाटा: भारत के रतन” स्मारक व्याख्यान में पूर्व उपराज्यपाल डॉ. किरण बेदी ने रतन टाटा की अनमोल योगदानों पर प्रकाश डाला। यह कार्यक्रम रतन टाटा की जयंती के अवसर पर नई दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में हुआ, जिसमें कई प्रतिष्ठित हस्तियों ने भाग लिया।
रतन टाटा की दूरदर्शिता और समाजसेवा पर विचार
किरण बेदी ने रतन टाटा के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा, “रतन टाटा ने ईमानदारी, नवाचार और परोपकार से न केवल टाटा समूह में क्रांति की, बल्कि उन्होंने समाज की सेवा में अपने योगदान से भारत के विकास में अहम भूमिका निभाई। उनका काम आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्त्रोत रहेगा।” बेदी ने रतन टाटा के विनम्र नेतृत्व की भी तारीफ की और कहा, “रतन टाटा ने हमें यह सिखाया कि सच्चा नेतृत्व दूसरों के भले के लिए होता है। उनकी करुणा और उत्कृष्टता की विरासत हमें एक बेहतर और समावेशी भारत बनाने के लिए प्रेरित करती रहेगी।”
सम्मान और समर्पण की मिसाल
इस अवसर पर रतन टाटा के योगदान को याद करते हुए, राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष किशोर मकवाना ने कहा, “रतन टाटा की ईमानदारी, दयालुता और समाज सेवा ने व्यापार और समाज दोनों में एक मिसाल कायम की है। उनका नेतृत्व हमेशा प्रेरणादायक रहेगा।” समाजसेवी डॉ. बसंत गोयल ने रतन टाटा के दृष्टिकोण को सराहा और कहा, “उनकी सेवाभावी सोच और समाज के प्रति उनके योगदान ने भारत की दिशा बदल दी है। उनका नेतृत्व हम सबके लिए प्रेरणा का स्रोत है।”अन्य प्रमुख वक्ताओं में दिल्ली विश्वविद्यालय की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. आमना मिर्जा, वरिष्ठ पत्रकार अनिल माहेश्वरी, सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष और वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ. आदिश सी. अग्रवाल, इंडिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर के पूर्व अध्यक्ष सिराजुद्दीन कुरैशी, MANUU के पूर्व चांसलर फिरोज बख्त अहमद, डॉ. रेणुका और सुनैना अग्रवाल शामिल थे। इन सभी ने रतन टाटा के भारत की औद्योगिक और सामाजिक प्रगति में योगदान पर अपने महत्वपूर्ण विचार साझा किए।
कार्यक्रम में हुए विविध आयोजन
कार्यक्रम के दौरान, डॉ. किरण बेदी ने डॉ. बसंत गोयल को ‘रतन टाटा बिज़नेस एक्सीलेंस अवॉर्ड’ से सम्मानित किया। इसके अलावा, एक विशेष स्मारिका “रतन नवल टाटा: भारत के महान पुत्र” का भी लोकार्पण किया गया। इस स्मारिका का संपादन डॉ. गोयल और प्रो. जसीम मोहम्मद ने किया था। नमो केंद्र के अध्यक्ष प्रो. जसीम मोहम्मद ने नरेंद्र मोदी का संदेश पढ़ा, जिसमें रतन टाटा की नेतृत्व क्षमता और उनके समाज सेवा के प्रति समर्पण की सराहना की गई।
सम्मान और श्रद्धांजलि
कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रगान के साथ हुआ, जिसके बाद रतन नवल टाटा के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। इसके साथ ही, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर उनकी महान विरासत और देश के प्रति उनके योगदान को याद करते हुए मौन रखकर उन्हें सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के अंत में नमो केंद्र अलीगढ़ की सचिव निकहत परवीन ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। उन्होंने सभी गणमान्य अतिथियों और उपस्थित लोगों की भागीदारी के लिए आभार व्यक्त किया। इसके बाद नरेंद्र मोदी अध्ययन केंद्र के 2025 कैलेंडर का वितरण किया गया।