– विश्वविद्यालय प्रबंधन ने दोनों छात्राओं को दी बधाई
द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा: बुधवार का दिन गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय की दो छात्राओं के नाम रहा। एक हैं श्रुति व दूसरी सोनाली। छात्रा श्रुति शुक्ला ने इंडियन काउंसिल ऑफ सोशल साइंस रिसर्च (आईसीएसएसआर), नई दिल्ली की प्रतिष्ठित डॉक्टरल फेलोशिप प्राप्त कर विश्वविद्यालय और अपने विभाग का नाम गौरवान्वित किया। वहीं दूसरी तरफ छात्रा सोनाली कुमारी ने भारतीय नौसेना में सब लेफ्टिनेंट के पद पर चयनित होकर विश्वविद्यालय और अपने परिवार का नाम रोशन किया है। दोनों छात्राओं को विश्वविद्यालय प्रबंधन ने बधाई दी।
श्रुति शुक्ला को डॉक्टरल फेलोशिप
गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय के राजनीति और अंतर्राष्ट्रीय अध्ययन विज्ञान विभाग, स्कूल ऑफ़ ह्युमानिटीज़ एंड सोशल साइंसेज़ की शोध छात्रा श्रुति शुक्ला ने इंडियन काउंसिल ऑफ सोशल साइंस रिसर्च (आईसीएसएसआर), नई दिल्ली की प्रतिष्ठित डॉक्टरल फेलोशिप प्राप्त की। श्रुति शुक्ला प्रोफसर विवेक कुमार मिश्र के निर्देशन में भारत की मेरीटाइम पॉवर के परिप्रेक्ष्य में अंडमान निकोबार के जिओ-स्ट्रेटेजिक महत्व, विषय पर शोध कर रही हैं। उनकी इस शोध का उद्देश्य भारत की समुद्री शक्ति और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह के सामरिक महत्व को विश्लेषित करना है, जो देश की सुरक्षा और विकास की दृष्टि से अत्यधिक प्रासंगिक है। इस उत्कृष्ट उपलब्धि पर गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रविंद्र कुमार सिन्हा ने श्रुति शुक्ला का बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह विश्वविद्यालय के लिए गर्व की बात है। उन्होंने इस उपलब्धि को न केवल विश्वविद्यालय बल्कि भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान क्षेत्र के लिए भी गौरव का क्षण बताया। संकाय की अधिष्ठाता प्रो बंदना पांडे ने भी बधाई दी। श्रुति शुक्ला की इस सफलता से शोध और अकादमिक क्षेत्र में प्रेरणा का नया स्रोत स्थापित हुआ है।
सब लेफ्टिनेंट बनी सोनाली
विश्वविद्यालय की छात्रा सोनाली कुमारी का चयन भारतीय नौसेना में सब लेफ्टिनेंट के पद पर हुआ है। सोनाली एमसीए (डेटा साइंस), स्कूल ऑफ आईसीटी. (2022-24 बैच) की छात्रा हैं। सोनाली के पिता मुकेश कुमार भारतीय सेना में सुबेदार (जेसीओ) पद पर चंडीगढ़ में कार्यरत हैं। सोनाली का परिवार मूल रूप से वैशाली, बिहार का निवासी है।
सोनाली की इस असाधारण उपलब्धि पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रविन्द्र कुमार सिन्हा और रजिस्ट्रार डाक्टर विश्वास त्रिपाठी ने उन्हें हार्दिक बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं प्रेषित कीं। उन्होंने कहा कि यह सफलता न केवल सोनाली की मेहनत और समर्पण का परिणाम है, बल्कि यह विश्वविद्यालय की उत्कृष्ट शिक्षा प्रणाली का भी प्रमाण है।