![](https://www.thenewsgali.com/wp-content/uploads/2025/02/WhatsApp-Image-2025-02-13-at-2.06.28-PM.jpeg)
द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा: उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) द्वारा छोटे उद्यमियों के लिए तैयार की गई फ्लैटेड फैक्ट्रियां अब तक पूरी तरह से आबाद नहीं हो पाई है। बीते दो वर्षों में चार बार ई-नीलामी आयोजित की गई, लेकिन उद्यमियों ने खास रुचि नहीं दिखाई। अब भी 13 फ्लैटेड फैक्ट्रियां खाली पड़ी है।
दिल्ली में जगह की कमी, नोएडा और ग्रेटर नोएडा की ओर बढ़ रहे उद्यमी
दिल्ली में जगह की कमी और ऊंचे किराए के कारण छोटे और मध्यम स्तर के उद्यमी नोएडा और ग्रेटर नोएडा की ओर रुख कर रहे है। यहां इंडस्ट्रियल भूखंडों की कीमतें आसमान छू रही है, जिससे उद्यमी किराए की फैक्ट्रियां लेने को प्राथमिकता दे रहे है। इसी जरूरत को देखते हुए यूपीसीडा ने सेक्टर साइट-5 स्थित एक्सपोर्ट प्रमोशन इंडस्ट्रियल पार्क (ईपीआईपी) में फ्लैटेड फैक्ट्रियों का निर्माण कराया।
2022 में 1.75 करोड़ की लागत से बनीं 16 फैक्ट्रियां
साल 2022 में लगभग 1.75 करोड़ रुपये की लागत से 16 फ्लैटेड फैक्ट्रियां तैयार की गई। ये कुल 17,347 वर्गमीटर क्षेत्रफल में फैली है, जिनमें से 2,337 वर्गमीटर में फ्लैटेड फैक्ट्रियां और बाकी जमीन ओपन एरिया के रूप में प्रयोग की जा रही है। यह प्रदेश की पहली फ्लैटेड फैक्ट्री परियोजना है, जहां भूतल, प्रथम और द्वितीय तल पर निर्माण किया गया है।
फ्लैटेड फैक्ट्रियों की सुविधाएं
फैक्ट्रियों में उद्यमियों के लिए पार्किंग, प्रकाश, माल लोडिंग और अनलोडिंग की सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है। प्रत्येक तल पर 2,426 और 4,853 वर्गफीट के चार-चार हॉल बनाए गए है। इसके अलावा, प्रत्येक तल से उतरने के लिए रैंप की भी सुविधा दी गई है, जिससे माल ढुलाई में आसानी हो।
किराया ज्यादा, इसलिए उद्यमियों की रुचि कम
उद्यमियों का कहना है कि यूपीसीडा द्वारा तय किया गया किराया बाजार दर से अधिक है। ई-नीलामी का रिजर्व प्राइस 73,000 और 36,000 रुपये रखा गया है, जो बाजार की तुलना में काफी ज्यादा है। जबकि खुले बाजार में 50,000 से 70,000 रुपये में खाली जगह उपलब्ध है। इसी वजह से उद्यमी यहां किराए पर फैक्ट्री लेने में रुचि नहीं दिखा रहे।
अब तक सिर्फ तीन फ्लैटेड फैक्ट्रियां हुईं आवंटित
पहली तीन ई-नीलामी में किसी भी उद्यमी ने भाग नहीं लिया, लेकिन दिसंबर 2024 में हुई चौथी ई-नीलामी में तीन फ्लैटेड फैक्ट्रियां किराए पर ली गई। इसके बावजूद अब भी 13 फैक्ट्रियां खाली है।
यूपीसीडा फिर निकालेगा ई-नीलामी
यूपीसीडा एक बार फिर ई-नीलामी की प्रक्रिया शुरू करने जा रहा है। इस संबंध में क्षेत्रीय प्रबंधक अनिल शर्मा ने कहा, “हमने बाजार दर से भी कम किराया तय किया है। अन्य फ्लैटेड फैक्ट्रियों का आवंटन जल्द किया जाएगा।”