द न्‍यूज गली, ग्रेटर नोएडा: जिला कारागार गौतमबुद्धनगर में डिजिटल लाइब्रेरी का उदघाटन प्रमुख सचिव कारागार अनिल गर्ग ने शारदा विश्वविद्यालय के कुलपति पीकेगुप्ता के साथ मिलकर किया । यह उत्तर प्रदेश कारागारों की सर्वप्रथम डिजिटल लाइब्रेरी है। जहां पर बंदी किताबों को पढ़ सकेंगे। साथ ही जेल में मधुमक्खी पालन सेंटर का भी निरीक्षण किया गया। कारागार के बंदियो द्वारा शहद का उत्पादन किया जा रहा है। आर्गेनिक फार्मिंग में मधुमक्खी पालन से न केवल अतिक्ति आय अर्जित की जा सकती है, अपितु मधुमक्खी पालन से सब्जियों में अधिक परागकण बेहतर गुणवत्ता-उत्पादन भी प्राप्त होता है। प्रमुख सचिव ने उत्पादित आग्रेनिक शहद के विक्रय हेतु निर्देश दिए गए।

बंदियों को मिली सुविधा
डिजिटल लाइब्रेरी में बंदी कंप्‍यूटर प्रोजेक्टर के माध्यम से न केवल किताबे पढ़ सकते अपितु मोटीवेशनल स्पीच, वीडियो कंटेन्ट देख सकते और बना भी सकते हैं। साथ ही बंदियो, अधिकारियो, कर्मचारियो की कार्यशाला भी आयोजित हो सकती है। बंदी लाईब्रेरी के लिए प्रामेटियस स्कूल के बच्चों और उनके अभिभावको ने भी पुस्तके भेंट की हैं। जेल अधिकारियों ने उन्‍हें बताया कि कारागार में बेहतर प्रबंधन से अधिक उत्पादन कर लगभग छह माह में 350 कुंतल से अधिक बैगन, मूली,पालक,शलजम,पत्ता गोभी, फूल गोभी जिला कारागार गाजियाबाद में भेजी जा चुकी है। प्रमुख सचिव ने कारागार में संचालित कौशल विकास कार्यक्रमों नृत्य, गायन-वादन, सिलाई केंद्र व अन्‍य की प्रशंसा की गई। इस अवसर पर जेल अधीक्षक बृजेश कुमार, राजीव कुमार सिंह कारापाल, संजय कुमार शाही कारापाल एवं शिशिरकांत कुशवाहा, उपकारापाल, सुरजीत सिंह उपकारापाल, ज्ञानलता पाल उपकारापाल व मनोरमा सिंह उपकारापाल, रामप्रकाश शुक्ला उपकारपाल, मनोज कुमार उपकारपाल आदि उपस्थित थे।