-2010 से जल बचाने के लिए काम कर रहे हैं विक्रांत
-अब तक लगा चुके हैं 1 लाख पौधे

द न्‍यूज गली, ग्रेटर नोएडा: गौतमबुद्ध नगर के छोटे से गांव खेड़ी भनौता के रहने वाले विक्रांत तोंगड ने जल संरक्षण के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करते हुए राष्‍ट्रीय स्‍तर पर अपनी पहचान बनाई है। इसके लिए जल शक्ति मंत्रालय के द्वारा विशेष रूप से सम्‍मानित किया जाएगा। दिल्‍ली में स्थित न्‍यू महाराष्‍ट्र सदन में 18 दिसंबर को होने वाले विशेष कार्यक्रम में उन्‍हें जल प्रहरी पुरस्‍कार दिया जाएगा। यह पुरस्‍कार जल संरक्षण के क्षेत्र में काम करने वाले कुछ चुनिंदा लोगों को ही दिया जाता है।

2010 से कर रहे हैं काम
खेड़ी भनौता गांव के रहने वाले विक्रांत 2010 से जल संरक्षण के क्षेत्र में काम कर रहे हैं। बहुत से लोगों के द्वारा भूजल का दोहन किया जाता है, कानूनी लड़ाई लड़कर उन्‍होंने भूजल दोहन को बंद कराया। साथ ही खेड़ी भनौता, खोदना खुर्द व अन्‍य गांवों में तालाबों की स्थिति‍ को सुधारा। लोगों के सहयोग से गौतमबुद्ध नगर के साथ ही अन्‍य जिलों में लगभग एक लाख पौधे लगवाए। एनजीटी के नियमों के विपरीट शहर में जगह-जगह ग्रीन बेल्‍ट में इंटर लाकिंग टाइल्‍स लगा दी गई थी। इस कारण वर्षा का जल जमीन के नीचे जाने की बजाए नालों में बह रहा था। उन्‍होंने इस समस्‍या को एनजीटी के सामने प्रमुखता से रखा। एनजीटी के द्वारा दिए गए आदेश के बाद लाखों टाइल्‍स को ग्रीन बेल्‍ट से हटाय गया। वर्षा जल संरक्षण के क्षेत्र में किए गए इन श्रेष्‍ठ कामों को देखते हुए उन्‍हें जल प्रहरी पुरस्‍कार दिया जाएगा।