द न्यूज गली, गाजियाबाद: पांच वर्षों के लंबे अंतराल के बाद उत्तर प्रदेश से एक बार फिर कैलाश मानसरोवर तीर्थ यात्रा का शुभारंभ हो गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सनातन परंपराओं के संरक्षण की दिशा में यह एक और ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है। रविवार को इंदिरापुरम स्थित कैलाश मानसरोवर भवन से यात्रा के पहले जत्थे को भव्य समारोह के बीच रवाना किया गया। इस प्रथम जत्थे में कुल 39 तीर्थयात्री, जिनमें दो लाइजनिंग अधिकारी भी शामिल हैं, सभी गाजियाबाद से रवाना हुए। पहले 46 यात्रियों का पंजीकरण किया गया था, परंतु कुछ तीर्थयात्री स्वास्थ्य कारणों से यात्रा में शामिल नहीं हो सके।

शिवमय वातावरण में हुआ शुभारंभ
यात्रा का प्रारंभ शिव आराधना से हुआ, जिसमें डमरू, मृदंग, तुरही और ढोलक जैसे पारंपरिक वाद्य यंत्रों की ध्वनि ने शिवमय वातावरण बना दिया। आयोजन में उपस्थित सभी जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और तीर्थयात्रियों ने एक स्वर में हर हर महादेव का जयघोष किया। कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के धर्मार्थ कार्य एवं पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह, सांसद अतुल गर्ग, कैबिनेट मंत्री सुनील शर्मा, आचार्य प्रमोद कृष्णम, जिलाधिकारी दीपक मीणा, प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम, और अन्य अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे। बस को हरी झंडी दिखाकर तीर्थयात्रियों को विदा किया गया।

तीर्थयात्रियों के लिए विशेष योजना
इस वर्ष यात्रियों के लिए एक विशेष योजना की घोषणा की गई है। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास और धर्मार्थ कार्य विभाग की संयुक्त पहल पर यात्रियों को लौटने के बाद रुद्राक्ष माला और फत् कोड युक्त विशेष दर्शन कार्ड प्रदान किया जाएगा। यह कार्ड एक वर्ष तक वैध रहेगा और इसके माध्यम से यात्री व उनके चार परिजनों को श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में प्राथमिकता दर्शन की सुविधा मिलेगी (विशेष पर्वों को छोड़कर)।

योगी सरकार की धार्मिक प्रतिबद्धता
धर्मार्थ कार्य मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि यह आयोजन उत्तर प्रदेश सरकार की धार्मिक पर्यटन को प्रोत्साहित करने और सनातन संस्कृति के पुनरुत्थान की दिशा में किए जा रहे प्रयासों का हिस्सा है। उन्होंने इसे गर्व का विषय बताते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रतिबद्धता को दोहराया। सांसद अतुल गर्ग और मंत्री सुनील शर्मा ने भी इसे धार्मिक गौरव का क्षण कहा।

उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा राज्य के कैलाश मानसरोवर तीर्थ यात्रियों को ₹1 लाख की सहयोग राशि भी प्रदान की जा रही है, जिससे अधिक से अधिक श्रद्धालु इस दिव्य यात्रा में सम्मिलित हो सकें।