– केस की जांच में जुटी एसटीएफ गिरोह को जड़ से समाप्त करने में जुटी 

– ग्रेटर नोएडा के रामपुर गांव का रहने वाला युवक है मास्टरमाइंड

 

द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा के साइट सी में एक सप्ताह पहले एसटीएफ ने जहरीली शराब बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया था। इस मामले में अब चैंकाने वाला पर्दाफाश हुआ है। बिजली कटौती के चलते यह फैक्ट्री बुलंदशहर के सिकंदराबाद स्थित इंडस्ट्रीयल एरिया से ग्रेटर नोएडा शिफ्ट हुई थी। जिस दिन फैक्ट्री पकड़ी गई उससे नौ दिन पहले यह फैक्ट्री ग्रेटर नोएडा शिफ्ट हुई थी। 19 अगस्त को एसटीएफ ने जहरीली शराब बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया था। 

 

एक ढक्कन कैमिकल और शराब की बोतल तैयार 

पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ में ऐसी बातें बताई है जिसको जानकर आप हैरान हो जाएंगे कि अवैध शराब सेहत के लिए कितनी नुकसानदायक है। आरोपी ने बताया कि नकली शराब बनाने के लिए जिस कैमिकल का उपयोग किया जा रहा था, उसे एक बोतल पानी में सिर्फ एक ढक्कन डाला जाता था। मसाले की शराब बनाने के लिए उसमें कैमिकल वाले हल्के ब्राउन रंग को डाला जाता था। यह मिलकर शराब को जहरीला बना देते हैं। महज एक ढक्कन में आरोपी एक शराब की बोतल तैयार कर देते थे। 

 

कमल सरगना ने उगले राज

छापेमारी के दौरान चार आरोपी कमल, निखिल, अमित, गोविंदा को धर दबोचा गया था। कमल गिरोह का सरगना है, उसने पूछताछ में बताया है कि वह कानपुर में भी यहां से बनने वाली शराब को सप्लाई करता था। उसके संपर्क में कई और लोग है, उसमें एक व्यक्ति ग्रेटर नोएडा के खानपुर गांव का रहने वाला है जो कि इस पूरी कड़ी का मास्टरमाइंड है।

एसटीएफ उसकी तलाश कर रही है। 

 

जहरीली शराब बनाने का अड्डा बन रहा बुलंदशहर 

यह कोई पहला मामला नहीं है, जब ग्रेटर नोएडा में पकड़ी गई जहरीली शराब की फैक्ट्री का बुलंदशहर कनेक्शन जुड़ा हो। इससे पूर्व में भी तीन वर्ष पहले कासना के साइट पांच में जहरीली शराब बनाने की फैक्ट्री पकड़ी गई थी तब भी उसका बुलंदशहर कनेक्शन जुड़ा था। 

 

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