-तिलपता व सूरजपुर के मुख्‍य मार्ग पर भर जाता है पानी

-सिविल विभाग के इंजीनियरों की फौज पर उठ रहे सवाल

 

द न्‍यूज गली, ग्रेटर नोएडा: सूरजपुर, कुलेसरा व तिलपता के मुख्‍य मार्ग पर लंबे समय से भरने वाले पानी का हल जानने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को चेन्‍नई से टीम बुलानी पडी। जब कि प्राधिकरण के सिविल विभाग में इंजीनियरों की फौज है। लोगों के द्वारा यह सवाल उठाया जा रहा है कि लाखों की सैलरी लेने वाले प्राधिकरण के इंजीनियर सडक पर जमा होने वाले पानी जैसी छोटी समस्‍या का हल नहीं निकाल पाए। यदि छोटी सी समस्‍या हल तलाशने के लिए चेन्‍नई से टीम बुलानी पडी तो प्राधिकरण के इंजीनियरों की काबलियत पर बडा सवाल खडा हो रहा है।

 

लाखों की सैलरी, इंजीनियरिंग फेल

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सिविल विभाग में इंजीनियरों की फौज है। किसी भी इंजी‍नियर की सैलरी एक लाख रुपये से कम नही है। कुछ तो ऐसे हैं तो तीन लाख तक सैलरी लेते हैं। जिनका काम इंजीनियरिंग के माध्‍यम से सिविल के काम को कराना है। तिलपता, सूरजपुर, कुलेसरा के मुख्‍य मार्ग पर पिछले लंबे समय से सडक पर पानी जमा हो जाता है। पानी क्‍यो जमा होता है, उसका निदान क्‍या है प्राधिकरण के इंजीनियर यह जानने में फेल हो गए। जिसके परिणाम स्‍वरूप कुछ दिन पूर्व चेन्‍नई से एक टीम जिले में आई। टीम ने तीनों स्‍थानों का दौरा किया है, टीम की रिपोर्ट के आधार पर जल्‍द आगे की कार्रवाई शुरू होगी।

 

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