– मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए तैयार किया गया है एप
– एप से समाज के बड़े वर्ग को होगा फायदा

द न्‍यूज गली, ग्रेटर नोएडा: गलगोटिया विश्वविद्यालय ने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के सहयोग से विकसित एआई आधारित मोबाईल ऐप नेवर अलोन के संबंध में एक महत्वपूर्ण एमओयू पत्र पर हस्ताक्षर किए गए। यह प्लेटफ़ॉर्म मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और सुलभ सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से विकसित किया गया है। परामर्श मनोवैज्ञानिक डाक्‍टर दीपिका दहिमा ने नेवर अलोन ऐप के उद्देश्यों और दृष्टिकोण के बारे में बताया कि कैसे यह पहल मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं को हर किसी के लिए सुलभ बनाने में मदद करेगा। इससे कोई भी व्यक्ति अकेला महसूस नहीं करेगा। डाक्‍टर निशांत अहमद ने मानसिक स्वास्थ्य के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह समझौता मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत का प्रतीक है और इससे छात्रों के साथ ही पूरे समाज को फायदा होगा।

स्वास्थ्य के प्रति बढ़ेगी जागरूकता
इस अवसर पर गलगोटिया विश्वविद्यालय के कुलाधिपति सुनील गलगोटिया ने कहा कि यह पहल न केवल छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाएगी, बल्कि समाज में भी सकारात्मक परिवर्तन लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। छात्रों के इमोशनल इंटेलीजेंस और मानसिक मजबूती के दम पर कोई भी लक्ष्य हासिल कर सकते हैं। यह एमओयू विश्वविद्यालय के कुलाधिपति सुनील गलगोटिया ने एम्स के डाक्‍टर निशांत अहमद तथा मीता मिश्रा की मौजूदगी में किया सहमति पत्र पर हस्ताक्षर करके किया।