द न्यूज गली, ग्रेटर नोएडा : जेवर कस्बा स्थित अस्पताल में एक मरीज के परिजनों से आयुष्मान कार्ड होने के बावजूद इलाज के बदले कैश लेने का मामला सामने आया है। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) टिकैत के कार्यकर्ताओं ने इसे लेकर गुरुवार को अस्पताल में हंगामा किया। प्रबंधन और संगठन के पदाधिकारियों के बीच वार्ता हुई, लेकिन मांगों पर सहमति नहीं बन सकी। इसके बाद संगठन ने दो फरवरी को पंचायत करने की घोषणा कर दी।
क्या है पूरा मामला?
टप्पल थाने क्षेत्र के रहने वाले बीमार कामगार तिल्ली को दस दिन पहले अस्पताल में भर्ती कराया गया था। परिजनों का आरोप है कि मरीज के पास आयुष्मान कार्ड होने के बावजूद अस्पताल प्रबाधन ने इलाज के लिए कैश भुगतान करने को कहा। मजबूरी में परिवार ने 1.30 लाख रुपये का भुगतान कर दिया।
अस्पताल प्रशासन ने की कैश की मांग
गुरुवार को जब मरीज को डिस्चार्ज किया जा रहा था, तब अस्पताल प्रशासन ने एक लाख रुपये और जमा करने की मांग की। परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण वे अतिरिक्त भुगतान नहीं कर पाए। ऐसे में उन्होंने भाकियू टिकैत से मदद की गुहार लगाई।
अस्पताल में हंगामा, प्रबंधन पर आरोप
परिजनों की शिकायत पर भाकियू टिकैत के कार्यकर्ता अस्पताल पहुंचे और अस्पताल प्रशासन के खिलाफ नारेबीजी शुरु कर दी। संगठन के पदाधिकारियों और अस्पताल प्रबंधन के बीच वार्ता भी हुई, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। इसके बाद पराधिकारियों ने मरीज को अस्पताल में ही छोड़ और दो फरवरी को पंचायत करने की चेतावनी देते हुए सोशल मीडिया पर वीडियो प्रसारित कर दिया।
अस्पताल प्रबंधन की सफाई
अस्पताल के प्रभारी ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि मरीज या उसके परिजनों ने आयुष्माण कार्ड की जानकारी नहीं दी थी। उन्होंने स्प्लीन के ऑपरेशन के लिए खुद कैश भुगतान किया था। प्रबंधन का यह भी आरोप है कि भाकियू कार्यकर्ताओं ने बिना बकाया भुगतान किए मरीज को अस्पताल से ले गए और जबरन हंगामा कर अस्पताल में भय का माहौल बना दिया है।
पुलिस कार्रवाई और जांच जारी
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक प्रशासन ने संगठन के कुछ कार्यकर्ताओं और 30-40 अज्ञात लोगों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। हालांकी, पुलिस ने अभी तक इस मामले में कोई स्पष्ट बयान नहीं दिया है।