-ग्रेटर नोएडा शहर में अंडरग्राउंड केबिल डालने का है नियम
-नियमों के उल्‍लंघन से अछूता नहीं है एक भी सेक्‍टर

द न्‍यूज गली, ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा की पहचान एक खूबसूरत शहर के रूप में है। जिसका प्रमुख कारण है कि यहां पर हरियाली के साथ ही चौड़ी सड़क, बंद नाले, पार्क, ग्रीन बेल्‍ट के साथ ही लोगों की सभी सुविधाओं का ध्‍यान रखा गया है। शहर को सुंदर बनाए रखने के लिए कई नियम भी बनाए गए हैं। जिसमें एक अहम नियम है ग्रेटर नोएडा शहर में अंडरग्राउंड केबिल डालने का। लेकिन कुछ लोगों की शह पर यह नियम पिछले लंबे समय से टूट रहा है। अब तो आलम यह हो गया है कि हर सेक्‍टर में खुले में तारों का मकड़जाल फैल रहा है।

होती है परेशानी
अंडरग्राउंड केबिल डालने का नियम बहुत ही अच्‍छा है।
शहर साफ दिखता और तारों के टूट कर किसी के ऊपर गिरने का खतरा भी नहीं रहता है। लेकिन अधिकारियों की शह पर विभिन्‍न कंपनियों के द्वारा नियम का खुलेआम उल्‍लंघन किया जा रहा है। इंटरनेट, लाईट, DTH-TV ,जिओ,एयरटेल, वाई-फाई की केबिल खुले में पोल टू पोल या पेड़ों में बांध कर डाली जा रही है। बीटा एक सेक्‍टर के महासचिव हरेंद्र भाटी का कहना है कि
ग्रेटर नोएडा शहर बहुत ही विकसित और खूबसूरत शहर है, अगर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के द्वारा देखरेख में कमी की गई तो यहां पर भी गाजियाबाद, दादरी, दिल्ली की भांति खुले में तारों का मकड़जाल फैल जाएगा। उन्‍होंने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों से मांग की है कि नियम का उल्‍लंघन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।