द न्‍यूज गली, ग्रेटर नोएडा: नॉलेज पार्क स्थित शारदा विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ ह्यूमैनिटीज एंड सोशल साइंसेज और इंटरनेशनल रिलेशंस डिवीजन में चार दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजन किया गया। कार्यक्रम में भूटान के 25 सरकारी अधिकारी शामिल हुए। कार्यक्रम का उद्देश्य भूटानी सरकारी अधिकारियों को परामर्श मनोविज्ञान के भीतर पारिवारिक हस्तक्षेप में उन्नत ज्ञान और कौशल से लैस करना है। शारदा स्कूल ऑफ सोशल साइंसेज एंड ह्यूमैनिटीज की डीन डाक्‍टर अन्विति गुप्ता ने क्लिनिकल हिप्नोथेरेपिस्ट और परामर्श मनोवैज्ञानिक कार्यक्रम से परिवार की गतिशीलता के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। विश्व के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों में पालन-पोषण की शैलियों पर चर्चा की गई।


मनोविज्ञान का ज्ञान आवश्यक
डाक्‍टर अन्विति गुप्ता ने कहा कि एक शिक्षक के लिए शैक्षिक मनोविज्ञान का ज्ञान आवश्यक है। क्योंकि वह- नई शिक्षण तकनीकों के बारे में ज्ञान प्रदान करता है। सभी प्रकार की शैक्षिक समस्याओं को सफलतापूर्वक हल करने में मदद करता है। नई मूल्यांकन तकनीकों को सीखने में शिक्षक की मदद करता है। विश्वविद्यालय के प्रशिक्षण कार्यक्रम में भूटानी अधिकारियों को परिवार से संबंधित मुद्दों को संबोधित करने के लिए सशक्त बनाया। बताया गया कि प्रभावी ढंग से चुनौतियों का सामना करें और व्यापक शिक्षा देकर स्वस्थ, खुशहाल परिवारों व ज्ञान और व्यावहारिक कौशल को बढ़ावा दें । इस दौरान डाक्‍टर नीरू नागर,  डाक्‍टर अहरार अहमद लोन, डाक्‍टर रितु चक, अनंतिका तेहलानी, डाक्‍टर प्रतिभा सिंह,  सौम्या शर्मा, अवधेश तोमर समेत कई प्रोफेसर मौजूद रहे।