द न्यूज गली, नोएडा : थाना साइबर क्राइम नोएडा की टीम ने कामयाबी हासिल करते हुए एक ऐसे साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया है, जो खुद को सरकारी अधिकारी बताकर लोगों को “डिजिटल अरेस्ट” की धमकी देता था और उनसे मोटी रकम ऐंठता था। गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान संदीप कुमार पुत्र अशोक कुमार, निवासी विजय नगर, बवाना, नॉर्थ वेस्ट दिल्ली के रूप में हुई है।

ठगी का तरीका
घटना की शुरुआत 26 मई 2025 को हुई जब एक महिला वादिनी ने थाना साइबर क्राइम नोएडा में एफआईआर दर्ज कराई। शिकायत के अनुसार, एक व्यक्ति ने खुद को टेलीकॉम विभाग का अधिकारी बताकर वादिनी को व्हाट्सएप वीडियो कॉल के माध्यम से अवैध विज्ञापन और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों में फंसाने की धमकी दी।

इसके बाद आरोपी ने फर्जी दस्तावेज भेजकर महिला को डिजिटल अरेस्ट की चेतावनी दी और गिरफ्तारी के डर का फायदा उठाकर उससे कुल ₹14,05,300 अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर करवा लिए।

पुलिस की त्वरित कार्रवाई
प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए थाना साइबर क्राइम, नोएडा की टीम ने तकनीकी निगरानी और अभिसूचना संकलन के जरिए आरोपी की तलाश शुरू की। त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने दिल्ली से संदीप कुमार को गिरफ्तार कर लिया और उसके द्वारा प्रयुक्त बैंक खाते को भी तत्काल प्रभाव से फ्रीज़ कर दिया गया।

पूछताछ में बड़े खुलासे
पूछताछ के दौरान आरोपी ने स्वीकार किया कि उसने अपने एक साथी के साथ मिलकर यस बैंक में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर खाता खुलवाया और उक्त खाते में वादिनी से ठगे गए पैसे प्राप्त किए। पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि आरोपी के खाते से जुड़ी 21 शिकायतें पहले से ही NCRP पोर्टल पर दर्ज थीं।

जारी है अन्य आरोपियों की तलाश
पुलिस के अनुसार, गिरोह में अन्य लोग भी शामिल हैं जिनकी पहचान कर ली गई है और उनकी गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं। आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर आगे की विधिक कार्रवाई की जा रही है।

साइबर ठगी से बचने के लिए पुलिस की अपील
-किसी भी WhatsApp या वीडियो कॉल पर सरकारी अधिकारी बनकर की गई धमकी पर यकीन न करें।

-किसी अज्ञात पार्सल या आधार कार्ड से जुड़ी कॉल आने पर सतर्क रहें।

-फर्जी दस्तावेज दिखाकर पुलिस क्लियरेंस या गिरफ्तारी की धमकी देने वाले कॉल से बचें।

-किसी भी साइबर संदिग्ध गतिविधि की तत्काल सूचना 1930 हेल्पलाइन या नजदीकी साइबर सेल को दें।