-भूगर्भ जल प्रबंधन समिति की बैठक में लिया गया निर्णय
-औद्योगिक इकाइयां भी करेंगी तालाबों का जीर्णोद्धार


द न्‍यूज गली, ग्रेटर नोएडा : भूगर्भ जल का उपयोग करने के लिए लोगों के द्वारा अनापत्ति प्रमाण पत्र तो प्राप्‍त कर लिया जाता है लेकिन भूगर्भ जल को रिचार्ज करने के लिए कुछ नहीं किया जाता है। डीएम मनीष कुमार वर्मा ने भूगर्भ जल प्रबंधन समिति की समीक्षा बैठक में इस पर नाराजगी जताई है। उन्होंने भूगर्भ जल विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि जिन संस्‍थाओं के द्वारा वाटर रिचार्ज को लेकर कोई कार्य नहीं किया जा रहा है उन्‍हें जारी किया गया अनापत्ति प्रमाण पत्र तत्‍काल निरस्‍त कर दिया जाए। समीक्षा बैठक में भूगर्भ जल अधिकारी अंकिता राय ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि विभागीय पोर्टल पर कुल 42 आवेदन प्राप्त हुए हैं। जिनके सापेक्ष जिला भूगर्भ जल प्रबंधन समिति के द्वारा 25 आवेदनों को स्वीकृत किया जाना है।  08 आवेदनों को अस्वीकृत किया गया तथा 09 आवेदन जो राज्य प्राधिकरणों को अग्रसारित किया गया है।


औद्योगिक इकाइयां करें तालाबों का जीर्णोद्धार
डीएम ने निर्देश दिया कि रेजिडेंस सोसाइटी, अपार्टमेंट सरकारी भवनों, कार्यालय आदि में भी वाटर रिचार्ज स्ट्रक्चरों की स्थिति की गहन समीक्षा की जाए। सभी सरकारी कार्यालयों, भवनों व हाईराइज सोसाइटियों में लगे रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम सक्रिय रहने चाहिए। भूगर्भ जल संरक्षण को और अधिक बढ़ावा देने के उद्देश्य से बड़ी-बड़ी औद्योगिक इकाइयों को भी तालाबों के पुनर्भरण एवं जीर्णोद्धार करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। भूगर्भ विभाग के अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि जनपद वासियों को जल सरंक्षण के लिए जागरूकत करने के उद्देश्य से जागरूकता गोष्ठी का आयोजन निरन्तर स्तर पर कराया जायें। बैठक में प्रभारी मुख्य विकास अधिकारी शिव प्रताप सिंह प्रमेय, सिटी मजिस्ट्रेट विवेकानंद मिश्र, जिला विद्यालय निरीक्षक डॉक्टर धर्मवीर सिंह सहित अन्‍य अधिकारी मौजूद थे।