द न्यूज गली, नोएडा : नोएडा पुलिस और खाद्य सुरक्षा टीम ने एक संयुक्त कार्रवाई में सेक्टर 63 स्थित फर्जी फूड सप्लीमेंट फैक्ट्री का पर्दाफाश किया। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए ग्राहकों को सप्लाई किए जा रहे इन नकली सप्लीमेंट्स से लोगों के स्वास्थ्य को गंभीर खतरा हो रहा था। कार्रवाई में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर भारी मात्रा में सामग्री और उपकरण जब्त किए गए।

शिकायत से खुला फर्जीवाड़े का राज
9 दिसंबर 2024 को एक शिकायतकर्ता ने सेक्टर 63 थाना पुलिस को बताया कि उन्होंने जी ब्लॉक, प्लॉट नंबर जी-86 में स्थित कंपनी से सप्लीमेंट्स मंगवाए थे। इनका सेवन करने से उन्हें पेट और लीवर की समस्या, चेहरे पर कील-मुहांसे और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो गई। मामले की जांच में कंपनी द्वारा फर्जी सप्लीमेंट बनाकर बेचे जाने का खुलासा हुआ।

फैक्ट्री से भारी मात्रा में सामग्री बरामद
पुलिस और खाद्य सुरक्षा टीम ने मौके पर पहुंचकर फैक्ट्री का निरीक्षण किया। बेसमेंट में तीन आरोपी खाली डिब्बों में पाउडर भरते पाए गए। वहां से प्रोटीन पाउडर के डिब्बे, कैप्सूल के डिब्बे, पैकिंग और प्रिंटिंग मशीन, नकली रैपर और 10 बोरे पाउडर समेत लगभग 50 लाख रुपये की सामग्री जब्त की गई।

नकली सप्लीमेंट बनाने और बेचने का तरीका
पूछताछ में पता चला कि मुख्य आरोपी साहिल यादव ने 2017-18 में एक फूड सप्लीमेंट कंपनी में काम किया था। वहीं से काम सीखकर उसने अपने दो साथियों हर्ष अग्रवाल और अमित चौबे के साथ मिलकर नकली सप्लीमेंट बनाने का काम शुरू किया। वे सस्ते दामों में कच्चा माल खरीदते और डिब्बों में भरकर अपनी कंपनी “रॉरेज” के नाम से ऑनलाइन बेचते थे। ग्राहकों से असली प्रोटीन के नाम पर प्रति डिब्बा 4-5 गुना अधिक कीमत वसूल की जाती थी।

स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़
आरोपी नकली सप्लीमेंट को असली बताकर बेचते थे, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक थे। शिकायतकर्ता के आरोप सत्य पाए गए, और जांच में यह भी पता चला कि ये लोग जिम जाने वाले युवक-युवतियों को टारगेट करते थे।

आगे की कार्रवाई जारी
तीनों आरोपियों से पूछताछ में यह खुलासा हुआ कि वे नकली सप्लीमेंट बनाने के लिए कच्चा माल अलग-अलग जगहों से खरीदते थे। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उनके गिरोह में और कौन-कौन शामिल है और ये सप्लीमेंट कहां-कहां सप्लाई किए गए।

गिरफ्तार आरोपी और बरामद सामान की सूची
गिरफ्तार आरोपियों में साहिल यादव (27), हर्ष अग्रवाल (28), और अमित चौबे (30) शामिल है। फैक्ट्री से कुल 33 बड़े प्रोटीन डिब्बे, 2050 कैप्सूल डिब्बे, 10 बोरे पाउडर, पैकिंग और प्रिंटिंग मशीन, और अन्य सामग्री जब्त की गई है।