द न्यूज गली, नोएडा : भारतीय किसान यूनियन (मंच) के बैनर तले 81 गांवों के किसानों का नोएडा प्राधिकरण कार्यालय पर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन दूसरे दिन भी जारी रहा। किसानों की अधिकारियों के साथ करीब 40 मिनट तक वार्ता चली, लेकिन कोई ठोस समाधान नहीं निकल सका। असंतोष जताते हुए किसानों ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।

धरने पर बैठे किसानों की प्रमुख मांगें
बढ़ा हुआ मुआवजा दर लागू किया जाए, किसानों को 10% आबादी प्लॉट दिए जाएं, परिवार के एक सदस्य को रोजगार मिले, किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस लिए जाएं, साथ ही गांवों में मूलभूत सुविधाएं जैसे सीवर, पानी, सड़क और बिजली की व्यवस्था प्राथमिकता के आधार पर विकसित की जाए।

पीछे नहीं हटेंगे
भारतीय किसान यूनियन (मंच) के राष्ट्रीय अध्यक्ष विमल त्यागी ने बताया कि अधिकारियों से बातचीत हुई लेकिन कोई ठोस निर्णय सामने नहीं आया। उन्होंने कहा, “हमारा आंदोलन अनिश्चितकालीन है। चाहे जितने दिन लगें, जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होतीं, धरना समाप्त नहीं होगा। अगर सरकार पुलिस बल के दम पर इस आंदोलन को खत्म करना चाहती है तो हम जेल जाने को तैयार हैं, लेकिन बिना समाधान के आंदोलन खत्म नहीं करेंगे।”

त्यागी ने कहा कि यह किसानों के लिए निर्णायक समय है। यदि उनकी मांगों पर जल्द कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया, तो नोएडा और ग्रेटर नोएडा में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि गौतमबुद्ध नगर के सभी किसान संगठनों को एकजुट कर एक महापंचायत बुलाने की तैयारी की जा रही है, जिसमें आंदोलन की आगे की रूपरेखा तय की जाएगी।

प्राधिकरण पर किसानों की भीड़, प्रशासन सतर्क
धरना स्थल पर बड़ी संख्या में किसान जुटे हुए हैं। प्राधिकरण और पुलिस प्रशासन स्थिति पर नजर रखे हुए है। फिलहाल किसान अपने रुख पर अड़े हैं और उन्होंने साफ कर दिया है कि जब तक सरकार कोई ठोस कदम नहीं उठाती, तब तक उनका अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा।